Rain Alert: बिहार समेत इन 8 राज्यों में बारिश का अलर्ट, जानें अगले 7 दिन कैसा रहेगा मौसम? Paddy Varieties: धान की ये 10 उन्नत किस्में कम पानी में देती हैं शानदार उपज, जानें इनके नाम और खासियतें स्वरोजगार के खुलेंगे रास्ते! राज्य सरकार देगी 25 लाख तक ब्याज मुक्त लोन, जानें शर्तें और आवेदन प्रक्रिया किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 13 May, 2019 5:43 PM IST

हिमाचल प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि ने विभिन्न सब्जियों और फलों की फसलों को नुकसान पहुँचाया है. शिमला शहर के आसपास के जिले में ग्रामीणों ने लगातार दूसरे दिन बारिश के साथ ओलावृष्टि की वजह से सेब और साथ ही मटियाना और नारकंडा में चेरी की फसल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई.

ढल्ली और कुफरी के बीच के क्षेत्रों में रविवार (12 मई 2019) को लगभग आधे घंटे तक भारी ओलावृष्टि हुई. जिससे काफी फसलों को हानि पहुंची. जिसमें सेब और टमाटर, फूलगोभी, मटर और गोभी जैसी सब्जियों को भी नुकसान हुआ.

शिमला जिले के बलदाइयां गाँव के एक किसान, नितु ने कहा कि "हमारे गाँव और आस-पास के इलाकों में 50 प्रतिशत सब्जी की फसलें खराब हो गई हैं. जिसकी वजह से काश्तकारों को 25,000 से 50,000 रुपये का नुकसान हुआ है." इस बार कि ओलावृष्टि ने उत्पादकों को आशंकित कर दिया है क्योंकि उनकी फसलें खराब हो रही हैं और उन्हें अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है.

परेशान किसानों ने राज्य सरकार से मुआवजा देने के लिए कहा है. क्योंकि इस साल अनिश्चित मौसम ने पहले ही कई फसलों को खतरे में डाल दिया है. किसान सभा के सदस्य सत्यवान पुंडीर ने राज्य सरकार से मुआवजे की राशि को बढ़ाने की गुजारिश करते हुए कहा कि राहत की राशि "बहुत कम" है और इस राशि से खेती करने वालों की जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि “ओलावृष्टि ने हमारी सब्जियां खराब कर दी हैं और राज्य सरकार जो राशि देती है वह कृषि उपकरण खरीदने के लिए पर्याप्त नहीं है. सरकार को किसानों को बीज भी उपलब्ध कराना होगा. क्योंकि हमें कुछ फसलों की बुआई करनी होगी, जिसमें कम से कम पंद्रह दिन लगेंगे.

एक अन्य उत्पादक, शेर सिंह ने कहा उनकी पूरी फसल नष्ट हो गई थी, उन्होंने जो मटर बोई थी वह खराब हो गई थी. उन्होंने कह कि “ज्यादातर किसान भाईयों को सरकार की नीतियों की कोई जानकारी नहीं है. उनमें से केवल कुछ ही किसान है जो आवाज़ उठाते है, लेकिन यह हमारी हक की लड़ाई है, अगर किसान इसी तरह सरकारी की अनदेखी का शिकार होता रहा तो देश तरक्की नहीं कर सकता.

English Summary: Farmers made big decisions for poor crops due to hailstorm
Published on: 13 May 2019, 05:46 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now