Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 26 August, 2020 4:51 PM IST

किसानों के क्रेडिट असेसमेंट के लिए डाटा का प्रयोग किया जाएगा. देश में ऐसा प्रयोग करने वाला आईसीआईसीआई बैंक पहला बैंक बनेगा. वहीं बैंक विश्व में ऐसा करने वालो में चुनिंदा बैंको की लिस्ट में शामिल हो जाएगा. बैंके द्वारा इस बात की जानकारी मंगलवार को दी गयी. इसमें बैंक से जुड़ी आगे जानकारी दी गई कि बैंक कृषि क्षेत्र में अपने ग्राहकों की साख का आकलन करने के लिए पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले सैटेलाइट डेटा-इमेजरी का उपयोग करेगा. बैंक को इससे किसानों के लोन आवेदनों के बारे में सैटेलाइट डेटा के जरिए उनकी साख जानकर तुरंत निर्णय लिया जा सकेगा. इसकी मदद से किसान अपनी मौजूदा साख को भी बढ़ा सकेंगे.

सैटेलाइट डेटा-इमेजरी का प्रयोग करने से बैंक को काफी सहूलियत होगी और वो संपर्क रहित तरीकों से किसानों की जमीन का सत्यापन कर सकेंगे. इसकी मदद से किसानों के लोन के मूल्यांकन में लगने वाले समय को भी घटाया जा सकेगा. आमतौर पर बैंक अधिकारियों को मिट्टी, फसल और सिंचाई जैसी चीजों को जानने के लिए ग्राहकों के जमीन का दौरा करना पड़ता है लेकिन सैटेलाइट डेटा-इमेजरी का प्रयोग करके वो इससे बच सकेंगे. इसके उपयोग से लॉजिस्टिक लागत को भी बचाया जा सकता है और बैंको को विश्वसनीय जानकारी भी प्राप्त होगी.

अगर बीते दिनों की बात करें तो मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में आईसीआईसीआई बैंक द्वारा 500 से ज्यादा गावों में डेटा का इस्तेमाल किया है. वहीं आगे के लिए बैंक ने जल्द ही 63,000 से अधिक गांवों के लिए सैटेलाइट डेटा का इस्तेमाल करने का लक्ष्य रखा है. बैंक द्वारा इस योजना के लिए एग्री-फिनटेक कंपनियों के साथ पार्टनरशिप की है.इन कंपनियों के पास स्पेस टैक्नोलॉजी के वाणिज्यिक उपयोग और मौसम की जानकारी पता लगाने में विशेषज्ञता है. मिट्टी, सिंचाई व फसल के पैटर्न का अध्ययन कर किसानों की साख का आकलन करने व 40 से अधिक मानदंडों के साथ रिपोर्ट तैयार करने के लिए बैंक इन कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं.

सैटेलाइट का उपयोग बैंक द्वारा आंकड़ें जुटाने में किया जाता है इसके साथ ही इससे किसानों की साख का भी पता किया जाता है. इसमें कई अन्य डेटा भी जुटाया जाता है जैसे पिछले सालों में बारिश व तापमान का रिकॉर्ड, पिछले वर्षों में जमी मिट्टी की नमी का लेवल, पानी की उपलब्धता, कृषि भूमि के स्थान का पूर्ण विवरण, फसल परिवर्तन की प्रवृत्ति इत्यादि अन्य प्रकार की कई चीजें.

ये खबर भी पढ़े: Instant Mudra Loan: एसबीआई मुद्रा लोन के लिए घर बैठे कर सकते हैं आवेदन, 59 मिनट में मिलेगा लोन

English Summary: farmers can get loan easily, this bank will arrange data by using satellite
Published on: 26 August 2020, 04:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now