Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 1 October, 2019 2:14 PM IST

मध्य प्रदेश के नीमच में फूलों की मंडी के नहीं होने और फूलों के अच्छे दाम नहीं मिलने के कारण कंजार्डा के गुलाब और गेंदा यहां के मंदसौर और राजस्थान के कोटा तक पहुंचने लगा है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि अ नवरात्रि चल रहे है और आने वाले समय में त्यौहाली सीजन को देखते हुए इन फूलों की मांग ज्यादा हो रही है और आवक कम हो रही है. इसीलिए फूलों के दाम भी आसमान पर पहुंच गए है. बता दें कि जो गुलाब चंद दिनों पहले 50 रूपये किलो तक बिकता था आज वह 200 से 250 रूपये किलो तक बिक रहा है. इससे हार और फूलों की मालाओं की कीमतों में तेजी आई है.

गुलाब की पैदावार पर असर हो रहा

दरअसल मनासा तहसील के कंजार्डा के फूलों की खेती दूर तक प्रसिद्ध है. यहां पर खास तौर से हैदराबादी गुलाब की ज्यादा खेती होती है. इस बार बाढ़ और बारिश के चलते फूलों की पैदावार पर खासा असर पड़ा है और गुलाब पैदा करने वाले किसानों को कुछ भी हाथ नहीं लग रहा है. खुले हुए मौसम में एक बीघा में करीब 20 से 25 किलो फूल का उत्पादन प्रतिदिन प्राप्त होता था, अब यह मात्र 4 से 5 किलो पर आकर सिमट गया है. कंजार्डा ही नहीं बल्कि प्रदेश के अधिकतर फूल उत्पादन क्षेत्रों में यही हालात है. आज नवरात्रि के चलते बाजार में फूलों की डांड भी बढ़ती ही जा रही है.

बारिश से उत्पादन प्रभावित

किसानों का कहना है कि बारिश की मार के चलते गुलाब का उत्पादन पर असर पड़ रहा है, आज आम दिनों में प्रतिदिन एक बीघा में 25 से 40 किलो तक फूल प्राप्त होता है. वही बारिश के कारण भी केवल तीन से चार किलो फूल ही प्राप्त हो रहा है. वही बारिश के कारण मात्र तीन से चार किलो फूल भी प्राप्त हो रहा है. नीमच और चित्तौड़गढ़ में फूलों की मंडी नहीं होने से यहां पर बंदी के फूल 50 से 60 रूपये किलो में बिकते है. वही कोटा और मंदसौर की मंडी में गुलाब 200 से 250 रूपए बिक रहा है.

English Summary: Farmers are getting the right price of rose in this district of Madhya Pradesh
Published on: 01 October 2019, 02:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now