देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 14 September, 2020 2:40 PM IST

इस साल आलू बीज की कीमत आसमान छू रही है. इससे किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि हिमाचल के ऊना जिले में किसानों को इस सीजन आलू बीज पिछली बार की तुलना में दोगुनी कीमत पर मिल रहा है. अगर किसान 2065 प्रति हेक्टेयर पर फसल उगा रहे हैं, तो उन्हें 4500 रुपए प्रति क्विंटल आलू बीज मिल रहा है. इससे किसान इस बार आलू की बुवाई करने से तौबा करने लगे हैं, तो वहीं इस बार आलू बीज के लिए विख्यात लाहौल के किसान खुश हैं, क्योंकि उन्हें इस बार कीमत दोगुनी मिल रही है.

जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल यहां जो 50 किलो की बोरी 900 रुपए तक की मिलती थी, वो इस बार 1700 रुपए से अधिक की मिल रही है. इस बार लाहौल में 978 हेक्टेयर पर किसानों ने बीज के लिए आलू की बुवाई कर दी है. बीते एक सप्ताह पहले ऊना जिले में आलू के बीज 3600 से 3800 रुपए प्रति क्विंटल थे, लेकिन अब इसकी कीमत में 600 से 800 रुपए तक की बढ़ोत्तरी कर दी है. इसके बाद यह 4400 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं. यह मुख्य कारण है कि जिले के लगभग 30 प्रतिशत अधिक किसानों ने आलू की बुवाई करने से मुंह मोड़ लिया है.

अगर बड़े जम्मीदारों की बात करें, तो उन्होंने आलू की फसल की 40 से 50 प्रतिशत तक बुवाई कम की है. यानी इस बार जिले में लगभग 622.8 हेक्टेयर पर आलू की बुवाई नहीं की जाएगी. बता दें कि ऊना 27500 मीट्रिक टन उत्पादन के साथ राज्य का सबसे बड़ा आलू उत्पादक जिला है. बताया जा रहा है कि महंगे बीज होने की वजह से किसानों ने बुवाई 50 प्रतिशत की है.

खबरों की मानें, तो 50 किलोग्राम प्रति बोरी आलू को व्यापारी 1600 से 1700 रुपए देकर खरीद रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में कुफरी ज्योति और चंद्रमुखी आलू बीज की कीमतों में भी उछाल आ सकता है.

English Summary: Farmers are abandoning farming by doubling the price of potato seed
Published on: 14 September 2020, 02:49 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now