Weather Update: आज इन 7 राज्यों में होगी बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी, जानें आपके शहर का मौसम पूर्वानुमान! महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट बिजनेस ने सितंबर 2025 में दर्ज की 50% वृद्धि, घरेलू बिक्री 64,946 ट्रैक्टर तक पहुंची एनएचआरडीएफ द्वारा पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन ट्रेनिंग प्रोग्राम का सफल समापन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 17 September, 2019 4:50 PM IST

विश्व बांस दिवस के मौके पर झारखंड की उपराजधानी दुमका में 18 और 19 सितंबर को राष्ट्रीय बांस कारीगर मेले का आयोजन किया जा रहा है. इस बांस मेले में 10 प्रांत और कुल छह देशों के विभिन्न उद्यमी इसमें भाग लेंगे. इस मेले का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और राज्य की राज्यपाल द्रौपदी मूर्मु करेंगी. इस मेले को लघु एवं कुटी उद्योग विकास बोर्ड एवं उद्योग विभाग की ओर से आयोजित किया जा रहा है. यहां पर समापन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास कारीगरों को सरकार की भावी योजना और प्रोत्साहन नीति से अवगत करवाएंगे. इस मेले में झारखंड सरकार की बांस कारीगरों को लेकर बनाई गई. नई नीति को भी लांच किया जाएगा.

बांस के सामान की मांग

इस बांस मेले का आयोजन ग्रीन इकोनॉमी के उद्देश्य से किया गया है. यहां पर बांस करीगरों की संख्या लगभग 6 लाख तक है जिसमें अकेले दो लाख दुमका से ही है. बता दें कि इन हुनरमंद कारीगरों के हाथों से बनाए गए सारे समानों की देश और विदेश में काफी मांग है. साथ ही इस मेले में पांच हजार शिल्पकारों को किट भी दी जाएगी.

बांस की होगी प्रदर्शनी

बांस मेले में बांस आधारित उद्योग और क्राफ्ट को बदलते जमाने के हिसाब से बदलने का लाइव प्रेजेंटेशन किया जाएगा. इसके अलावा बांस प्रोसेसिंग प्लांट की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी. इसमें कुल 20 तरह के बांसों का प्रदर्शन करके कारीगरों को इसके बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी. बता दें कि हाल ही में शिल्प समेत बांस के उत्पाद को वैश्विक बाजार को उपलब्ध कराने के लिए फिल्पकार्ट से करार किया है.

बांस उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा

झारखंड राज्य के पास 4 हजार 470 वर्ग किलोमीटर में बांस की खेती है. इस खेती को तरीके से करने की जरूरत है. भारत में अगरबत्ती स्टिक, आइसक्रीम स्पून, कुल्फी सिटक्स को आयात किया जाता है. सरकार की मंशा है कि बांस से बने उत्पादों का आयात नहीं, बल्कि भारत से इसका निर्यात किया जाएगा. वही भारत से केवल दीपावली के पर्व पर दो करोड़ का बंबू गिफ्ट पैकेट का आयात किया जाएगा.

मेला में सरकार बांस की खेती, उसके प्रोसेसिंग यूनिट और उत्पाद को वैश्विक बाजार के लायक लाने के लिए नीति की लॉन्चिंग की जाएगी. बांस की नर्सरी का डेमसोट्रेशन किया जाएगा. यहां भी कार्ड का वितरण होगा और टूल किट भी बांटे जाएंगे. यहां पर आमंत्रित उद्यमियों को यह आश्वस्त किया जाएगा कि उनके उत्पाद को बाजार मिलेगा और आने वाले 2022 तक आय दुगनी हो जाएगी.

English Summary: Farmers and many entrepreneurs will gather in Jharkhand's National Bamboo Fair
Published on: 17 September 2019, 04:52 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now