केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक बार किसान सरकार को ललकार रहे हैं. दरअसल, किसानों की तरफ से रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया गया है. जहां एक तरफ आंदोलनरत किसान लगातार भारत सरकार से बातचीत का आह्वान कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अपने आंदोलन को धार देने में जुटे हैं. इसी बीच आज संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देशभर में रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है.
रेल रोको आंदोलन का आह्वान
किसान 12 बजे से 4 बजे तक अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन पर जाकर रेल रोकेंगे. इस दौरान किसान सबसे पहले रेल का फूल मालाओं से स्वागत करेंगे. इसके बाद रेल यात्रियों से संवाद करेंगे, फिर आंदोलनकारी किसान रेल यात्रियों को पानी, दूध और चाय भी पिलांएगे.
बता दें कि किसानों की तरफ से बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था भी की गई है. इसके लिए यूनियन के सभी कार्यकर्ताओं से दूध, चाय और पानी की व्यवस्था कर अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन पर पहुंचने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान शांति बनाए रखना है. इसके साथ ही रेल यात्रियों से आव्हान किया गया है कि किसानों की बात सुनकर उनका आंदोलन में सहयोग करें.
टिकैत ने कहा- सभी राज्यों में जाएंगे
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर कहा है कि हम लगातार उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में पंचायत कर रहे हैं. इस दौरान किसान-मजदूरों का अपार सहयोग मिल रहा है. यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. हम देश के सभी राज्यों में जाकर किसानों को आंदोलन के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
आरएसपीएफ की 20 अतिरिक्त कंपनियां लगाईं
किसानों द्वारा रेल रोको आंदोलन को देखते हुए रेलवे स्पेशल प्रोटेक्शन फोर्स की 20 अतिरिक्त कंपनियां रेलवे ने उत्तर प्रदेश पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में तैनात किया है.