Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 10 April, 2021 4:37 PM IST
Wheat

इंसान हो या मौसम, बेवफा हर कोई होता है, और जो इसकी बेवफाई का शिकार होते हैं, उनके दिल को बड़ा धक्का लगता है. उनकी ख्याली इबारतें मुकम्मल होने से पहले ही अधूरी रह जाती हैं. अब भला हम बेवफाई को लेकर इतनी लंबी तकरीरें क्यों पेश कर रहे हैं, यही सोच रहे होंगे न आप, तो यह सब हम वाराणसी के किसानों के संदर्भ में पेश रहे हैं. कल तक अपनी ख्याली इबारतों को धरातल पर उतारने में मशगूल रहने वाले ये किसान खौफजदा हैं.

इंसान हो या मौसम, बेवफा हर कोई होता है, और जो इसकी बेवफाई का शिकार होते हैं, उनके दिल को बड़ा धक्का लगता है. उनकी ख्याली इबारतें मुकम्मल होने से पहले ही अधूरी रह जाती हैं. अब भला हम बेवफाई को लेकर इतनी लंबी तकरीरें क्यों पेश कर रहे हैं, यही सोच रहे होंगे न आप, तो यह सब हम वाराणसी के किसानों के संदर्भ में पेश रहे हैं. कल तक अपनी ख्याली इबारतों को धरातल पर उतारने में मशगूल रहने वाले ये किसान खौफजदा हैं.

यहां हम आपको बताते चले कि मौसम के बिगड़े मिजाज की वजह से किसानों को उनकी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अब ऐसे में फौरी राहत के तौर पर किसानों को जो समझ में आया, उन्होंने ठीक वैसा ही कदम उठाना मुनासिब समझा है. बता दें कि यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब किसानों द्वारा गेहूं की कटाई और मड़ाई का काम अपने चरम पर पहुंच चुका था.  

इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए कृषि शोध के प्राविधिक ओमकारनाथ ने बताया है कि अगर बेमौसम बारिश होती है, तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं की फसल को होगा. इससे पहले ही मई जून की गर्मी फरवरी में झेलने के बाद फसलों को अत्याधिक नुकसान हुआ है.

English Summary: Farmer lost their crops due to rain
Published on: 10 April 2021, 04:47 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now