गुरुवार को कृषि जागरण ने ‘फार्मर फर्स्ट’ का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के 5 प्रगतिशील किसान जुड़ें. जोकि विगत कई वर्षों से औषधीय फसलों की खेती से जुड़े हैं. इस दौरान प्रगतिशील किसान डॉ. नारायण ने औषधीय फसलों की खेती के फाड़े के बारे में बताते हुए पहाड़ी इलाकों में महंगी औषधीय फसलों की संभावनाओं पर प्रकाश डाला.
वहीं, प्रगतिशील पंकज सिंह बिष्ट ने औषधीय फसलों के मांग पर प्रकाश डालते हुए किसानों से औषधीय खेती करने के लिए आव्हान किया. वहीं, किसान अर्जुन सिंह ने बताया कि वह विगत कई वर्षों से औषधीय खेती से जुड़े हुए हैं. और इस खेती से उन्हें अच्छा लाभ हो रहा है.
इसी क्रम में प्रगतिशील किसान गणेश बिष्ट ने भी औषधीय फसलों कि खेती को लाभ का बिजनेस बताते हुए किसानों को इसको करने के लिए कहा. इसके अलावा इसके मंडीकरण पर भी प्रकाश डाला. वहीं, डॉ. नारायण ने पहाड़ी क्षेत्रों के अलावा मैदानी क्षेत्रों के किसान किस तरह के औषधीय फसलों कि खेती करें उस पर भी प्रकाश डाला.
जब कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग से औषधीय खेती में होने वाली समस्याओं के बारे में पूछ गया तो सभी का यही जवाब था कि जब हम किसी भी कार्य को शुरू करते हैं तो समस्याएं जरूर आती हैं, लेकिन उस क्षेत्र में थोड़ी सी समझ विकसित हो जाने के बाद वह कार्य आसान हो जाता है. हमें भी शुरुआत में थोड़ी बहुत दिक्कतें हुई थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं है. कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने औषधीय फसलों की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए औषधीय फसलों की खेती हेतु अपील किया. इस कार्यक्रम को देखने के लिए आप https://bit.ly/3sMJbv4 पर विजिट कर सकते हैं.
'फार्मर फर्स्ट’ कार्यक्रम क्या है?
‘फार्मर फर्स्ट’ इकलौता ऐसा कार्यक्रम है जिससे ज्यादा से ज्यादा किसान जुड़कर अपनी हर एक बात को लाखों किसानों के बीच में रखने के अलावा अपनी बातों को सरकार तक पहुंचा सकते हैं. इसके अलावा अपने मौलिक विचारों से लाखों किसानों का ज्ञानवर्धन कर सकते हैं.