सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 4 October, 2021 4:36 PM IST
Farmers

कृषि कानून पर विरोध प्रदर्शन के बाद लखीमपुर खीरी की हालात बद से बत्तर होती गई है. दरअसल, रविवार को जमकर हिंसा और अगजनी के दौरान 4 किसानों सहित 8 लोगों की मौत हो गयी और कई लोग इसके केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष उर्फ़ मोनू पर सभी मौतों का आरोप लगाया है.

किसानों के मुताबिक विरोध प्रदर्शन के दौरान मोनू और उसके समर्थकों ने किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दी. जिसके बाद मौके पर ही 4 किसानों को अपनी जान से हाथ धोनी पड़ी. बात को तुरंत रोकने और जनता के बीच इसको लेकर और बवाल ना हो इसके लिए यूपी सरकार ने तुरंत मामले की जांच का आदेश देते हुए 4 किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपए आर्थिक मदद का ऐलान किया है. साथ ही मृतक परिवारों के एक सदस्य नौकरी और मामले की आठ दिन के भीतर जांच कर आरोपियों की गिरफ़्तारी की जाएगी,  इसका भी भरोसा दिलाया है.  

हालाँकि, अब देखना ये है कि क्या सच में किसानों को इन्साफ मिल पाएगा या मुआवजे की आड़ में इसे भी दबा दिया जाएगा.

प्रशासन से हुई लापरवाही के बाद ADJ LAW AND ORDER प्रशांत कुमार ने बताया कि सरकार की तरफ से 45-45 लाख रुपए का मुआवजा और किसान बीमा से पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएगी. इसके अलावा, घायलों को 10-10 लाख रुपये की मदद दी जाएगी. किसानों के बयान पर मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों पर मुकदमा की जाएगी और जल्द से जल्द किसानों को इन्साफ भी दिलाया जाएगा.

इसके अलावा, पूरे मामले की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच भी की जाएगी. अब देखना यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में कितना समय सरकार लगाती है. क्या समय रहते अन्नदाताओं को इन्साफ मिलेगा या यह भी कोई राजनितिक दांव-पेंच में फस कर रह जाएगी.

घटना के बाद उसकी गंभीरता और गांव वालों की मनोदशा को समझते हुए प्रशांत कुमार ने कहा है कि जिले में धारा 144 की वजह से किसी भी नेता को एंट्री नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के सदस्यों और किसान नेताओं के आने जाने पर कोई रोक नहीं है. लेकिन किसी भी नेता को गांव में घुसने की अनुमति नहीं है.

वहीं दूसरी तरफ किसानों के आरोप को पूरी तरह से खंडित करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा उन्हें और उनके बेटे को इस आरोप में फ़साया जा रहा है. गृह राज्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठी और तलवारों से हमला किया गया. इतना ही नहीं, वीडियो में हमलावार कार्यकर्ताओं को यह भी कहते दिख रहें है कि वे मेरा नाम लें कि मैंने ही किसानों को कुचलने के लिए कहा था. मेरे बेटे के खिलाफ आरोप पूरी तरह से निराधार है. अगर वह मौके पर होता, तो उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई होती.

English Summary: Farmer families will get Rs 45-45 lakh and government job
Published on: 04 October 2021, 04:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now