बासमती चावल उगाने जा रहे किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है. ऐसे सभी किसानों को अभी से ही बीज मुहैया कराई जा रही है. कई जिलों में बीजों की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. इस बार कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए किसानों भाइयों को कुछ ऐसे नियमों का भी पालन करना होगा, जिनका वो अब तक पालन करते हुए नहीं आ रहे थे.
कोरोना काल से पूर्व किसानों भाइयों को रोकड़ में भुगातन करने की सुविधा प्रदान की गई थी, लेकिन अब वे महज कार्ड के माध्यम से ही भुगतान कर पाएंगे. साथ ही किसानों से यह भी अपील की गई है कि वे कोरोना के कहर को ध्यान में रखते हुए ज्यादा संख्या में एकत्रित न हो. कुल 30 जिलों में बीज प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है.
शुरू की गई बीजों की नई किस्में
यहां हम आपको बताते चले कि बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान, मोदीपुरम और सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बीजों की कई किस्में शुरू की गई है, ताकि किसान भाइयों की चयन की सुविधा प्राप्त कर सके.
यहां से प्राप्त कर सकते हैं बीज
इसके साथ ही किसान भाई बासमती चावल उगाने के लिए कई उत्तर प्रदेश के कुल 30 जिलों से बीज प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा आप जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड से भी बीज प्राप्त कर सकते हैं. पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1, पूसा बासमती 1637, पूसा बासमती 1728, पूसा बासमती 1718 प्रजाति के बीज ले सकते हैं.
क्या है आखिरी तारीख
हालांकि, किसान भाई कब तक बासमती चावल उगाने के लिए बीज प्राप्त कर सकते हैं. इसे लेकर कोई आखिरी तारीख घोषित नहीं की गई है. बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में किसानों की मांग को देखते हुए आखिरी तारीख की घोषणा की जा सकती है, मगर वर्तमान में आखिरी तारीख घोषित करने की कोई पूर्व सूचना नहीं है.
क्या कहते हैं वैज्ञानिक
वहीं, इस संदर्भ में वैज्ञानिक विस्तृत जानकारी देते हुए कहते हैं कि, ‘बीजों की बिक्री शुरू हो चुकी है। फिलहाल तो ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बीजों की बिक्री का यह सिलसिला मई-जून तक जारी रहेगा. किसान भाई सीधे यहां आकर बीज खरीद सकते हैं. बीज खरीदने का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रहेगा. इस दौरान कभी-भी आकर बीज खऱीद सकते हैं.