कृषि यन्त्र खेती के लिए सबसे बड़ी जरूरत बन गए है क्योंकि इनकी सहायता से कृषि में समय और श्रम की बचत होती है. किसानों को कृषि यंत्रों के बारे में विशेष जानकारी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ में एक मेला आयोजित किया गया.
रायपुर जिले के कृषि महाविद्यालय में तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शनी का यह एक दिवसीय मेला लगाया गया. इस मेले का उद्घाटन इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय के कुलपति डाक्टर एस. के पाटिल ने किया.
छत्तीसगढ़ समेत उड़ीसा और मध्यप्रदेश के किसान मेले में शामिल हुए. आइये जानते हैं इस प्रदर्शनी की खासियत के बारे में.
कुलपति डॉ. एस पाटिल का क्या कहा (What To Say of Vice Chancellor Dr. S. Patil)
इस दौरान कृषि प्रसंस्करण एवं खाद्य अभियांत्रिकी के विभागाध्यक्ष डॉ. एस पटेल ने किसानों को कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी दी. तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शनी के इस एक दिवसीय मेले का आयोजन किया गया.
जिसमें किसानों को खेती के लिए उपयोगी उपकरणों की पूरी जानकारी दी गई. इससे प्रदेश के किसानों को काफी फायदा मिला.
मेले में कई यंत्र किए गए प्रदर्शित ( many Instruments Were Presented in The Fair)
इस मेले में खेती में प्रयुक्त होने वाले सभी यन्त्र जैसे हैरो, रोटावेटर, विभिन्न प्रकार के हल,रिज़र, पावर टिलर, बीज एवं पौधों की बुवाई में प्रयुक्त विभिन्न सीड ड्रिलर, प्लान्टर आदि प्रदर्शित किए गए.
निराई – गुड़ाई में प्रयुक्त होने वाले कृषि यन्त्र जैसे वीडर, पडलर, मल्चर, तथा फसलों की कटाई में उपयुक्त होने वाले यंत्र हार्वेस्टर , थ्रेशर आदि की प्रदर्शनी लगाई गई. इसके साथ ही भुट्टे से मक्का के दाने और मूंगफली के दाने निकालने वाले सभी प्रकार के यन्त्र प्रदर्शित किए गए . इस मेले में अनेक नए यंत्रों को शामिल किया गया.
उद्देश्य (Objective)
इस मेले का उद्देश्य था किसानो को उन्नत कृषि यंत्रों की जानकारी उपलब्ध कराना साथ ही कृषि यंत्रों की उपयोगिता से अवगत करवाना ताकि फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हो. और किसानों की आय में इजाफा हो.