Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 18 February, 2023 9:00 PM IST
बाजार में नकली आलू

Fake potatoes: बाजार में नकली आलू बढ़ते ही जा रहे हैं. इस समय हेमांगिनी आलू चंद्रमुखी के भाव में बिक रहे हैं, जो दिखने में चंद्रमुखी जैसे होते हैं लेकिन इनका स्वाद बिल्कुल अलग होता है. इन दोनों आलू के बीच इतनी समानता होती है कि चंद्रमुखी और हेमंगिनी आलू के बीच अंतर समझ नहीं आता है.

बाजार में चंद्रमुखी आलू 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. वहीं हेमांगिनी आलू की कीमत 10 से 12 रुपये प्रति किलो होनी चाहिए. लेकिन कुछ बेशर्म व्यापारी हेमंगिनी आलू को चंद्रमुखी आलू बताकर बाजार में बेच रहे हैं. जिस कारण खरीदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हुगली कृषि सहकारी समिति के एक सदस्य ने बताया कि हेमांगिनी आलू मूल रूप से आलू की मिश्रित किस्म है. इस आलू की खेती पंजाब और जालंधर के अलग-अलग हिस्सों में की जाती है. इस आलू के बीज दूसरे राज्यों से इस राज्य में आते हैं.

हेमांगिनी आलू की हुगली में भी अलग-अलग जगहों पर खेती की जाती है. आलू की इस खेती में पैदावार अधिक होती है. जहां प्रति बीघा 50 से 60 बोरी चंद्रमुखी आलू का उत्पादन होता है, वहीं इस आलू का उत्पादन करीब 90 से 95 बोरी होता है. हालांकि हेमांगिनीआलू की उत्पादन दर अधिक है, लेकिन बाजार में इस आलू की मांग बहुत कम है.

हुगली के जिला कृषि अधिकारी मनोज चक्रवर्ती ने कहा, शहरी इलाकों के लोगों के लिए बाहर से हेमांगिनी आलू और चंद्रमुखी आलू के बीच अंतर करना बहुत मुश्किल है. हेमंगिनी आलू को चंद्रमुखी आलू के साथ क्रॉस ब्रीडिंग करके बनाया जाता है.

ये भी पढ़ेंः अब आलू के साथ अन्य सब्जियां होने लगी लाल, कीमतों में आया भारी उछाल

चूंकि यह आलू हाईब्रिड है इसलिए कम समय में और कम लागत में इसकी खेती की जा सकती है. चंद्रमुखी आलू जिसे बनने में तीन से चार महीने का समय लगता है. वहां ये हाईब्रिड आलू डेढ़ से दो महीने के अंदर पैदा हो जाते हैं. इस हेमंगिनी आलू को बाजार में कई बेईमान व्यापारी चंद्रमुखी आलू बताकर बेच रहे हैं.

English Summary: Fake potatoes are being sold indiscriminately in urban and rural areas
Published on: 18 February 2023, 04:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now