Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 January, 2021 5:41 PM IST
Onion Farmer

दो साल पहले मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने प्याज किसानों को उनकी फसल के उचित दाम दिलाने के लिए प्याज भावांतर योजना शुरू की थी. इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने प्याज की खरीददारी की थी. इंदौर जिले के 7 हजार किसानों को इस योजना के 30 करोड़ रुपये दो साल बाद भी नहीं मिल पाए हैं. इस बारे में किसानों का कहना हैं कि वे पिछले दो सालों से अपने बकाया भुगतान के लिए मंडी से लेकर उद्यानिकी विभाग के अफसरों के पास कई बार जा चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें भुगतान हुआ है. वहीं अधिकारियों की तरफ से अभी तक कोई ठोस और स्पष्ट जवाब नहीं मिला है.

800 रुपये क्विंटल के हिसाब से खरीदी

गौरतलब है कि राज्य में इंदौर समेत कई जिलों में प्याज की खेती बड़े पैमाने पर होती है. जब प्याज की पैदावार कम होती है तब तो किसानों को प्याज की फसल का अच्छा दाम मिल जाता है लेकिन जब पैदावार अधिक होती है तब प्याज के भाव काफी कम हो जाते हैं. कई बार तो प्याज 2 रुपये किलो तक हो जाते हैं जिससे प्याज किसानों की लागत भी नहीं निकल पाती है. इस वजह से प्रदेश सरकार ने भावांतर योजना शुरू की थी, जिसके तहत राज्य सरकार ने 800 रुपये क्विंटल के भाव तय किये थे. यदि किसानों का प्याज इससे कम बिकता है तो उन किसानों के नुकसान की भरपाई राज्य सरकार करेगी.

मुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन

भारतीय किसान एवं मजदूर सेना का कहना है कि किसानों को उनका हक़ दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है. यह योजना राज्य में किसानों के लिए शुरू की गई थी, लेकिन कई व्यापारियों ने भी योजना के तहत अपना प्याज बेच दिया. जिससे किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया. वहीं जिन किसानों ने अपना प्याज कम कीमत पर बेचा उन्हें दो साल भी इस योजना का पैसा नहीं मिल पाया है.     

English Summary: Even after 2 years, onion farmers did not get Rs 30 crore under Onion Bhavantar Yojana
Published on: 05 January 2021, 05:54 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now