1.92 करोड़ युवाओं को मिलेगा नौकरी का तोहफा! सरकार देगी एक महीने की सैलरी Free, जानें क्या है योजना और शर्तें जैविक खाद और बायो गैस प्लांट पर किसानों को मिलेगा 22,500 रुपए तक का अनुदान, राज्य सरकार ने शुरू की 3 नई योजनाएं पंजाब-हरियाणा और राजस्थान समेत इन 7 राज्यों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी, जानें अपने शहर के मौसम का हाल किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 March, 2023 4:19 PM IST
ड्रैगन फ्रूट की खेती को मिलेगा बढ़ावा

किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon fruit ki kheti) करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसकी खेती करने के लिए ठंडी जलवायु वाले इलाके उपयुक्त हैं लेकिन आज तकनीक की सहायता से इसकी खेती मैदानी इलाकों में भी की जा रही है. वहीं सरकार की तरफ से ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए अच्छी सब्सिडी भी उपलब्ध करवाई जाती है. यही नहीं सरकार ने कई तरह की बेहतरीन योजनाएं भी चला रखी हैं, जिनसे जुड़कर छोटे और मध्यवर्गीय किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती (dragon fruit farming) से अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं. किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके कृषि से संबंधित हर कार्य को संभव बनाने के लिए मोदी सरकार ने अहम कदम उठाया है.

सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना को मिली मंजूरी

किसानों में ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon fruit farming) को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करने के लिए मोदी सरकार ने योजना तैयार की है. इसी क्रम में कृषि मंत्रालय ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च (IIHR) द्वारा सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना को भी हाल फिलहाल में मंजूरी दे दी है. बता दें कि सेंटर आफ एक्सीलेंस ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन, पोस्ट-हार्वेस्ट और अन्य कई कार्यों पर अधिक जोर देगा, जिसे किसानों की परेशानी के साथ खेती में भी मदद मिल सके.

बताया जा रहा है कि यह सेंटर नई टेक्नालॉजी और ऑफ सीजन में अधिक उत्पादन के लिए भी काम करेगा. यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार (Modi government) के इस फैसले से ड्रैगन फ्रूट की खेती तेजी से आगे बढ़ेगी और साथ ही घरेलू खेती के माध्यम से आयात में भी तेजी से कमी देखने को मिल सकती है.

एक पौधा 3 बार देता फल

ड्रैगन फ्रूट का पौधा एक सीजन में लगभग 3 बार फल देता है और वहीं इसके एक फल का वजन 400 ग्राम से अधिक होता है. किसान भाई इसके एक पौधे से 50 से 60 फल सरलता से प्राप्त कर सकते हैं. इस हिसाब से ड्रैगन फ्रूट की खेती में एक साल में आठ से दस लाख तक का अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः ड्रैगन फ्रूट के सेवन से कई बीमारियां होंगी दूर, जानें इसके लाभ

भारत के किन हिस्सों में होती है ड्रैगन फ्रूट की खेती

आकड़ों के मुताबिक, भारत के ज्यादातर हिस्सों में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं. कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, अंडमान-निकोबार, मिजोरम और नागालैंड के किसान भाई अपने खेत में ड्रैगन फ्रूट की खेती अधिक मात्रा में करते हैं.

English Summary: Establishment of Center of Excellence for dragon fruit cultivation approved
Published on: 16 March 2023, 04:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now