किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon fruit ki kheti) करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसकी खेती करने के लिए ठंडी जलवायु वाले इलाके उपयुक्त हैं लेकिन आज तकनीक की सहायता से इसकी खेती मैदानी इलाकों में भी की जा रही है. वहीं सरकार की तरफ से ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए अच्छी सब्सिडी भी उपलब्ध करवाई जाती है. यही नहीं सरकार ने कई तरह की बेहतरीन योजनाएं भी चला रखी हैं, जिनसे जुड़कर छोटे और मध्यवर्गीय किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती (dragon fruit farming) से अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं. किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके कृषि से संबंधित हर कार्य को संभव बनाने के लिए मोदी सरकार ने अहम कदम उठाया है.
सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना को मिली मंजूरी
किसानों में ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon fruit farming) को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करने के लिए मोदी सरकार ने योजना तैयार की है. इसी क्रम में कृषि मंत्रालय ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च (IIHR) द्वारा सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना को भी हाल फिलहाल में मंजूरी दे दी है. बता दें कि सेंटर आफ एक्सीलेंस ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन, पोस्ट-हार्वेस्ट और अन्य कई कार्यों पर अधिक जोर देगा, जिसे किसानों की परेशानी के साथ खेती में भी मदद मिल सके.
बताया जा रहा है कि यह सेंटर नई टेक्नालॉजी और ऑफ सीजन में अधिक उत्पादन के लिए भी काम करेगा. यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार (Modi government) के इस फैसले से ड्रैगन फ्रूट की खेती तेजी से आगे बढ़ेगी और साथ ही घरेलू खेती के माध्यम से आयात में भी तेजी से कमी देखने को मिल सकती है.
एक पौधा 3 बार देता फल
ड्रैगन फ्रूट का पौधा एक सीजन में लगभग 3 बार फल देता है और वहीं इसके एक फल का वजन 400 ग्राम से अधिक होता है. किसान भाई इसके एक पौधे से 50 से 60 फल सरलता से प्राप्त कर सकते हैं. इस हिसाब से ड्रैगन फ्रूट की खेती में एक साल में आठ से दस लाख तक का अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं.
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भारत के किन हिस्सों में होती है ड्रैगन फ्रूट की खेती
आकड़ों के मुताबिक, भारत के ज्यादातर हिस्सों में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर अच्छा लाभ प्राप्त कर रहे हैं. कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, अंडमान-निकोबार, मिजोरम और नागालैंड के किसान भाई अपने खेत में ड्रैगन फ्रूट की खेती अधिक मात्रा में करते हैं.