उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 13 लाख किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया है. राज्य सरकार ने किसानों को बिजली दरों में 50 फीसदी छूट देने का ऐलान किया है. इस फैसले से खेती की लागत में कम होगी, साथ ही किसानों की आय बढ़ पाएगी. बता दें कि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना के किसानों के बिजली बिल को भी पूरी तरह माफ किया गया है. राज्य के किसान काफी लंबे समय से बिजली दरें कम करने की मांग उठ रहे थे.
बता दें कि राज्य के सरकार के स फैसले से किसानों को बहुत अधिक लाभ होगा. एक अनुमान के मुताबिक, बिजली बिल में छूट की इस नई व्यवस्था से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड पर सालाना करीब 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा. मगर इसके लिए राज्य सरकार ने यूपीपीसीएल को अनुदान देने का निर्णय लिया है. इस बात की जानकारी बीते दिन मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर दी.
जानिए कितना दर से यूनिट भुगतान देना होगा (Know At What Rate The Unit Payment Will Have To Be Given)
-
जहां ग्रामीण क्षेत्रों में मीटर कनेक्शन पर 2 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिल का भुगतान करना होता है, वहां अब केवल 1 रूपए प्रति यूनिट का ही भुगतान करना होगा.
-
इस कनेक्शन का फिक्स चार्ज ₹70 के बजाय 35रूपए प्रति हॉर्सपावर होगा.
-
इसी तरह बिना मीटर वाले कनेक्शन के लिए रूपए 85 प्रति हॉर्स पावर की दर से फिक्स चार्ज 170 रूपए प्रति हॉर्सपावर होगा.
इस खबर को पढ़ें - खुशखबरी! अब किसानों को सालाना 12 हजार रुपये मिलेगा, लिंक पर क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
-
जबकि एनर्जी एफिशिएंट पंप के लिए जहां वर्तमान में 65 रूपए प्रति यूनिट की दर से चार्ज किया जाता है, वहीं किसानों को अब केवल 0.83 रूपए प्रति यूनिट देना होगा.
-
शहरी क्षेत्रों में मीटर कनेक्शन वाले निजी नलकूपों के लिए 6 रूपए प्रति यूनिट की दर के बदले अब किसानों को मात्र 3 रूपए प्रति यूनिट देना होगा.
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय से निजी नलकूपों के लगभग 13 लाख उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा.