आज के समय में हर चीज ऑटोमेटिक हो गयी है. जितनी हमें सहूलियतें मिल रही है उतने खतरे भी खड़े हो रहे है. अमूमन आजकल शहर के हर एक घर में पंखे, फ्रिज, टीवी, एसी और अन्य इलेक्ट्रानिक चीज का प्रयोग किया जाता है. जिस वजह से करंट लगने का ख़तरा भी हमेशा बना रहता है. बारिश के मौसम में सीलन की वजह से भी दीवारों में करंट आ जाता है. करंट लगने के बाद कई लोगों को समझ नहीं आता है कि उस समय क्या करें. तो आइये आज हम आपको बताते है कि अगर किसी को करंट लग जाये तो कैसे उसका बचाव करे.
पावर सप्लाई बंद करे (Power supply off)
अगर किसी को बिजली का करंट लग जाये तो उसके पास न जाये क्योंकि करंट लगने के समय व्यक्ति के पूरे शरीर में बिजली का संचार हो रहा होता है ऐसे में अगर कोई उसे छुड़वाना के लिए हाथ लगाएगा तो वो भी उसके साथ ही चिपक जाएगा. इसलिए उस समय उसको हाथ न लगाए और शांत रहे और सबसे पहले पावर सप्लाई बंद करे या फिर किसी लकड़ी से उसे छुड़वाए.
तेल मालिश करे (Oil massage)
बिजली का करंट से हटाने के बाद सबसे पहले व्यक्ति के ऊपर बेडशीट या फिर कंबल डाल दे. फिर सरसो के तेल से अच्छे से मालिश करे.
करंट से जल जाये तो (Electric Shock burn)
अगर आपका बिजली का करंट लगने से हाथ - पैर जल गया है, तो तुरंत अपना जला हुआ हिस्सा पानी से धोए या फिर खून निकले तो उस हिस्से को किसी साफ़ कपड़े से साफ़ करके अच्छे से कपड़े बांध लें.
ऐसे होश में लाएं
बिजली के करंट लगने से कई बार व्यक्ति बेहोश या फिर बेसुध हो जाते है. तो उसको होश में लाने के लिए सीधी तरह लेटाएं. उसका एक पैर सीधा और दूसरा हल्का सा मोड़ दे. इससे उसको शीघ्र होश हो जायेगा.
कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (Cardio Pulmonary Resuscitation)
अगर किसी को ज्यादा जोर के बिजली करंट लग जाये और सांस बंद हो जाए तो उसे कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन शुरू करे. इससे पीड़ित की सांस तेजी से चलने लगेगी और उसे जल्दी होश भी आ जायेगा.
करंट से बचने के उपाय (Precautions of Electric shock)
घर में हमेशा पैरों में रबड़ की चप्पल का इस्तेमाल करे. अपने घर में हमेशा 2 पिन वाले सॉकेट ( 2 Pin Socket) की जगह 3 पिन वाले सॉकेट (3 Pin Socket) का इस्तेमाल करें. बिजली की चीजों को सीलन या फिर पानी से दूर रखें.