देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 10 May, 2020 7:05 PM IST

खेतीबाड़ी से जुड़े कई किसान मधुमक्खी पालन व्यवसाय कर रहे हैं. इस व्यवसाय को अपनाकर लाखों की कमाई की जाती है. देश के अलग-अलग हिस्सों में मधुमक्खी पालक मधुमक्खियों का पालन करते हैं. यूपी में लगभग 15 से 20 हजार मधुमक्खी पालक हैं. इसके अलावा अन्य राज्यों में भी हजारों की संख्या में मधुमक्खी पालक मधुमक्खियां पालते हैं. मगर इस समय मधुमक्खी पालक पर बड़ा संकट मंडरा रहा है. कोरोना और लॉकडाउन की वजह से देश के कई हिस्सों में मधुमक्खी पालक फंस गए हैं. इस कारण मधुमक्खियां की हालत गर्मी और भूख की वजह से खराब हो रही है. ऐसे में मधुमक्खी पालक को कुछ खास उपाय अपनाकर मधुमक्खियों का बचाव करना ज़रूरी है.

मधुमक्खी पालन करने वाले विशेषज्ञों की सलाह...

लॉकडाउन की वजह से मधुमक्खियों के बॉक्स को कहीं ले नहीं जा सकते हैं. ऐसे में जहां मधुमक्खी पालक हैं, वहीं मधुमक्खियों को बचाव करना होगा. इसके लिए सबसे पहले मधुमक्खियों के बॉक्स को आस-पास के बागीचे में ले जाकर रख दें. अगर बगीचा नहीं मिलता है, तो मधुमक्खियों के बॉक्स के ऊपर कुछ पुआल रख दें, ताकि उन पर सीधी धूप न पड़ पाए.आपको बता दें कि सर्दियों के मौसम में मधुमक्खी पालक अपनी मधुमक्खियों को मैदानी क्षेत्रों में ले जाते हैं. यहां मधुमक्खियां सरसों और धनिया जैसी फसलों के परागण से शहद बनाती हैं. जब इन फसलों की कटाई हो जाती है, तो मधुमक्खियों को लीची और सेब के बागों में ले जाते हैं. मगर देश में लॉकडाउन लगने की वजह से मधुमक्खियां खाली मैदानों में रह गईं हैं. इस वजह से उनके खान-पान की सुविधा नहीं हो पा रही है.

इस तरह मधुमक्खियों की भूख मिटाएं

मधुमक्खियों को हर दूसरे-तीसरे दिन चीनी का घोल देते रहें. इसके साथ ही ध्यान दें कि उसमें फीड की कमी न हो. इस स्थिति में मधुमक्खियों को शहद नहीं मिल रहा हो, तो मधुमक्खी पालक पहले से रखा हुआ शहद मधुमक्खियों को देते रहें. इस तरह आसानी से 10 से 15 दिन कट जाएंगे.जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार लगातार शहद उत्पादन पर जोर दे रही है. मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने हनी मिशन की भी शुरुआत की है. हमारे देश के शहद की मांग दुनियाभर में बढ़ गई है, लेकिन इस समय मधुमक्खी पालक काफी परेशान हैं.

English Summary: Easy way to satisfy the heat and hunger of the bees in lockdown
Published on: 10 May 2020, 07:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now