कोरोना महामारी के दौरान हमारी जिंदगी में कई तरह के बदलाव हुए. आम आदमी से लेकर सरकार को भी काफी परेशानियां उठानी पड़ी. नौकरी से लेकर खाने तक की मारा-मारी लोगों ने झेली.
जहां हजारों लोग भूख की वजह से पलायन करने को मजबूर हो गए, तो दूसरी तरफ लाखों की संख्या में लोगों ने अपना काम और रोजगार खो दिया. लोगों ने जहां एक तरफ कुछ खोया, तो वहीं दूसरी तरफ एक नई चलन हमारे समाज में शुरू हुई.
हालाँकि, इस चलन को पूरी तरह से नया तो नहीं कह सकते, लेकिन महामारी के बाद कई लोगों ने इसमें अपना किस्मत बनाया या बनाने का सोचा. जी हाँ, हम बात कर रहे हैं स्टार्टअप्स की. वैश्विक महामारी के वजह से बाजारों में आई मन्दी ने लोगों के आर्थिक जिंदगी को काफी नुकसान पहुँचाया है. सिर्फ इतना ही नहीं लोगों को फिर से नौकरी खोजने में भी बड़ी परेशानी हुई.
इन सबके मद्देनजर कुछ लोगों ने खुद का बिज़नेस या स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया, लेकिन यहां भी लोगों के सामने कुछ चुनौतियाँ थी. जैसे पैसों का इंतजाम करना, बैंकों के झंझट से खुद को दूर रखना इत्यादि. इस परेशानी से अगर आप भी गुजर रहें और आप भी कोई ऐसा बिज़नेस या स्टार्टअप करने का सोच रहे हैं, जिसमें आपको अलग से कोई जगह ना लेनी पड़े, तो आप अपने घर की खाली पड़ी छत का उपयोग कर वहां अपना बिज़नेस शुरू कर लाखों कमा सकते हैं.
आमतौर पर हम अपने छत का इस्तेमाल कपड़े सुखाने से लेकर अन्य कामों के लिए करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि वहीं छत आपके आय का साधन बन सकता है.
इसके लिए बस आपको छत पर सोलर पैनल लगाना होगा. सोलर पैनल को कहीं भी इंस्टॉल किया जा सकता है. आप चाहें तो छत पर सोलर पैनल लगाकर इसका लाभ उठा सकते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं सोलर पैनल का बिजली बनाकर ग्रिड में भी सप्लाई कर सकते हैं.
जानिए क्या है पूरा प्रोसेस
अगर आप पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पैनल लगवाते हैं, तो आपको सिर्फ 10% रुपए का भुगतान करना होगा. बाकी 90% खर्चा सरकार एवं बैंक मिलकर उठाएंगी. कुसुम योजाना के तहत सब्सिडी पर आपको सोलर पैनल मुहैया कराया जाएगा. राज्य सरकारें सोलर पैनल पर 60 फीसदी सब्सिडी लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेजती हैं. जबकि 30 प्रतिशत सब्सिडी बैंक की ओर से दी जाती है.
इसमें लगने वाली लागत
एक सोलर पैनल की कीमत तकरीबन एक लाख रुपए होता है. राज्यों के हिसाब से यह यह खर्च अलग होगा. यानि अगर आप जम्मू के निवासी हैं तो वहां का खर्च अलग हो सकता है और कन्याकुमारी का अलग, लेकिन सरकार से मिलने वाली सब्सिडी के बाद एक किलोवॉट का सोलर प्लांट मात्र 60 से 70 हजार रुपए में इनस्टॉल हो जाता है.
आपको बता दें कि कुछ राज्य इसके लिए अलग से अतिरिक्त सब्सिडी भी देते हैं. सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए अगर आप एक बार में 60 हजार रुपए नहीं दे सकते हैं, तो आप किसी भी बैंक से होम लोन भी ले सकते हैं. वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को होम लोन देने को कहा है.
25 साल तक यह बन सकता है आपके आय का स्रोत
अगर आप सही ढंग से इसकी देखभाल करें, तो सोलर पैनलों की उम्र 25 साल की होती है. इस पैनल को आप अपनी छत पर आसानी से इंस्टॉल करा सकते हैं. और पैनल से प्राप्त होने वाली बिजली निशुल्क होगी. इतना ही नहीं बची हुई बिजली को ग्रिड के जरिए सरकार या कंपनी को बेच भी सकते हैं. मतलब फ्री बिजली के साथ कमाई भी. अगर आप अपने घर की छत पर दो किलोवाट का सोलर पैनल इंस्टॉल कराते हैं, तो दिन के 10 घंटे तक धूप निकलने की स्थिति में इससे करीब 10 यूनिट बिजली बनेगी. अगर महीने का हिसाब लगायें तो दो किलोवाट का सोलर पैनल करीब 300 यूनिट बिजली बनाएगा.
यहां से खरीद सकते हैं सोलर पैनल:-
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सोलर पैनल खरीदने के लिए आप राज्य सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क कर सकते हैं.
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जिसके लिए राज्यों के प्रमुख शहरों में कार्यालय बनाए गए हैं.
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हर शहर में प्राइवेट डीलर्स के पास भी सोलर पैनल उपलब्ध होते हैं.
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सब्सिडी के लिए फॉर्म भी अथॉरिटी कार्यालय से ही मिलेगा.
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अथॉरिटी से लोन लेने के लिए पहले संपर्क करना होगा.