NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 12 March, 2022 5:13 PM IST
e-Charak App for Medicinal Plants

क्या आप औषधीय पौधों (Medicinal Plants) की खरीद-बेच करना चाहते हैं? यदि हां, तो भारत सरकार (Indian Government) आपके लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आयी है. दरअसल, आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) औषधीय पौधों को खरीदना (Purchasing medicinal plants) चाहता है जिससे ना सिर्फ आपको लाभ मिलेगा बल्कि खेती के प्रति और भी ज्यादा जोश बढ़ेगा. इसके लिए सरकार ने ई-चरक ऐप (e-Charak App) को बढ़ावा देते हुए अपना प्रस्ताव रखा है. 

भारत सरकार को बेचें औषधीय पौधे (Sell medicinal plants to the Government of India)

आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड (NMPB) द्वारा उत्तर भारतीय राज्यों में जड़ी बूटियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक कदम उठाया गया है. जी हां, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश के लिए स्थापित, क्षेत्रीय-एवम-सुगमता केंद्र (RCFC North-1) जोगिंदर नगर, जिला मंडी हिमाचल प्रदेश में उन्नत पौधों व बीज इत्यादि खरीदने का आयुष मंत्रालय ने विज्ञापन निकाला है.

क्या है ई-चरक (What is e-Charak App)

"ई-चरक" जड़ी-बूटियों, कच्चे माल और ज्ञान के लिए ई-चैनल औषधीय पौधों के क्षेत्र में शामिल विभिन्न हितधारकों के बीच सूचना के आदान-प्रदान को सक्षम करने के लिए एक प्लेटफार्म है. ई-चरक को राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (NMPB), आयुष मंत्रालय, भारत सरकार और सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (CDAC) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है.

इन पौधों की है डिमांड (These plants are in demand)

इसमें अश्वगंधा, तुलसी, कालमेघ, शतावरी के साथ कुटकी, अतीश, जटामांसी, तगर, वन ककड़ी, केसर नागछत्री, जटामांसी, सालम पंजा, पाषणभेद, सर्पगन्धा, स्टीविया, अदरक, श्योनाक, बेल, हल्दी, लिसोड़ा, कचनार, शिरीष, आमला, हरड़, बहेड़ा, तेजपता, दालचीनी, अर्जुन, वचा, कपूर, शिगरू शामिल है.

औषधीय पौधों को बेचने की आखिरी तारीख (Last date for sale of medicinal plants)

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इच्छुक व्यक्ति/पौधशालाएं/ संस्थाएं/सरकारी संस्थान/स्वयं सहायता समूह/ महिला मंडल/ संयुक्त वन प्रबंधन समिति/किसान उत्पादक संघ/जैव विविधता प्रबंधन समितियां इसके लिए अपना प्रस्ताव पौधों की संख्या रेट सहित सीलबंद लिफाफे में दिनांक 20 मार्च 2022 के सायं 5.00 बजे तक डाक से या व्यक्तिगत रूप से जमा कर सकते हैं.

ई-चरकी के उपयोग (Uses of e-Charak App)

  • औषधीय पौधों के क्षेत्र के खरीदारों और विक्रेताओं के लिए एक दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए एक आभासी बाजार स्थान के रूप में कार्य करता है.

  • औषधीय पौधों के क्षेत्र से संबंधित उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिए वर्चुअल शोकेस के रूप में कार्य करता है.

  • औषधीय पौधों के क्षेत्र से संबंधित प्रौद्योगिकियों, बाजार की जानकारी और अन्य संसाधनों के ज्ञान भंडार के रूप में कार्य करता है.

ई-चरक के लाभ (Benefits of e-Charak App)

  • उत्पादों/सेवाओं के लिए बेहतर बाजार प्राप्त करें

  • सही ग्राहकों की पहचान करने में समय और ऊर्जा बचाएं

  • कृषि से जुड़े किसी भी सामान का मूल्य जानें

  • बेहतर निर्णय लें - क्या और कितना उत्पादन करना है

ई-चरक का उपयोग कैसे करें (How to use e-Charak App)

e-Charak वेब और मोबाइल दोनों रूप में उपलब्ध है. अधिक जानकारी के लिए इसके टोल फ्री हेल्पलाइन 1800-120-5778 पर संपर्क करें.

English Summary: e charak app for medicinal plants
Published on: 12 March 2022, 05:13 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now