मूसलाधार बारिश ने उत्तर प्रदेश के कई राज्यों में किसानों की नींद उड़ा दी है. लगातार होती बारिश एवं आंधी ने किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. मौसम की इस मार ने धान और गन्ने की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है.
बता दें जहाँ एक तरफ बारिश ने किसानों की कई फसलों का नुकसान पहुँचाया है, तो वही दूसरी तरफ शहर में रह रहे लोग को सड़कों पर जल भराव का सामना करना पड़ रहा है.
धान के साथ गन्ना की फसल को भी पंहुचा नुकसान (Damage To Sugarcane Crop Along With Paddy)
मूसलाधार बारिश और आंधी किसानों पर आफ़त बनकर आई है. बारिश और तेज हवा के कारण गन्ने की तैयार फसल गिरने की कगार पर है, तो वहीं दूसरी तरफ धान की कटी फसल में पानी भर गया है. इस कारण किसानों को धान और गन्ने की फसल में बहुत नुकसान हुआ है.
किसानों का क्या है कहना (What The Farmers Have To Say)
इस लगातार बारिश ने किसानों को काफी नुक्सान पहुचाया है, इस बारिश से होते नुक्सान को झेलते हुए किसानों का कहना है कि बारिश और आंधी से गेहूं की फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है तो वहीं, दूसरी तरफ गेहूं फसल की कटाई का काम रुका पडा हुआ है. किसानों का ये भी कहना है की जो फसलें कटी पड़ी हैं हमे उनके ख़राब होने के भी डर है.
मौसम विभाग का क्या है कहना (What Does The Meteorological Department Have To Say)
मौसम विभाग के अनुसार अगले एक दो दिन भी बारिश सिलसिला ऐसा ही जारी रहेगा. वहीं, आईएमडी के मुताबिक लगभग पूरे भारत में अच्छी बारिश होने की संभावनाएं दर्ज की गई है. बता दें मौसम विभाग ने 15 सितंबर से 17 सितंबर के बीच उत्तर प्रदेश के साथ कई राज्यों जैसे- गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश और तेज हवा का अलर्ट जारी किया था
बारिश किसानों के लिए बनी आफत (Rain Became A Disaster For The Farmers)
बता दें मूसलाधार बारिश का सिलसिला बीते दिन से देखने में आ रहा है. जिसके चलते किसानों की फसलें काफी हद तक बर्बाद हो चुकी है. इसके साथ ही तेज हवा के चलते कई जगह पेड़ गिर गए हैं. जिसके चलते गाँव की बिजली की कटौती भी कर दी गयी है.
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