नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 4 July, 2022 7:00 PM IST
Dr. Sadmate at kj chaupal

आज केजे चौपाल के मंच पर योजना आयोग के पूर्व सलहाकार डॉ. वी वी सदामते को आमंत्रित किया गया. कृषि जागरण के एडिटर इन चीफ, एम.सी डोमिनिक ने डॉ सदामते का हार्दिक स्वागत किया. कृषि श्रेत्र में उनका बहुत बड़ा योगदान है.

केजे टीम ने प्यार और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में एक छोटा पौधा भेंट कर डॉ सदामते का स्वागत किया.

केजे चौपाल में कर्मचारियों के साथ बातचीत करते हुए, कृषि विशेषज्ञ ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण तंत्र (Technology transfer mechanism) और कृषि क्षेत्र में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बात की. इसका अर्थ है उद्योग, राज्य और स्थानीय सरकारों, शिक्षाविदों और अन्य संघीय एजेंसियों के साथ प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण या आदान-प्रदान. अनुसंधान संगठनों से सर्वोत्तम जानकारी प्राप्त करना और किसानों को उसी बात को संप्रेषित करना जिसके माध्यम से वे प्रयास करते हैं, सीखते हैं, अपनाते हैं और इसका सर्वोत्तम उपयोग करते हैं.

साथ ही, किसान इस बारे में सकारात्मक या नकारात्मक प्रतिक्रिया देते हैं कि शोधकर्ताओं द्वारा प्रदान की गई जानकारी ने उन्हें अपने क्षेत्र में कैसे मदद की. इसलिए, उनके बीच एक निरंतर लेन-देन और निरंतर बातचीत होती है.

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि केवीके किसानों की मदद का भी एक बड़ा स्रोत है क्योंकि वे नवीनतम तकनीक और फसलों की नई या बेहतर किस्मों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि कैसे कृषि को केवल फसल उत्पादन और क्षेत्र के काम से संबंधित माना जाता है, बल्कि यह एक व्यापक उद्योग है जिसमें बागवानी, डेयरी, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, रेशम उत्पादन आदि शामिल हैं.

उन्होंने एक अन्य बिंदु का उल्लेख किया कि युवा कृषि व्यवसाय और स्टार्ट-अप पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो कृषि क्षेत्र को अधिक प्रासंगिकता देता है और इसलिए अर्थव्यवस्था को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करेगा.

वह हमारे साथ मासिक पुरस्कार वितरण समारोह का जश्न मनाने के लिए भी शामिल हुए और जून के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को बधाई दी और उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.

यह भी पढ़ें : केजे चौपाल: दीपिका डेली के एसोसिएट एडिटर ने कृषि जागरण का किया दौरा, पत्रकारिता को लेकर रखा अपना विचार

performer of the month award distribution

जानें कौन है डॉ सदामते (About Dr. Sadmate)

डॉ सदामते ने 1973 में पुणे कृषि कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. बाद में, उन्होंने अपनी परास्नातक और पीएच.डी. कृषि विस्तार में आईएआरआई, नई दिल्ली से क्रमशः 1975 और 1979 में किया. उन्होंने मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएस से पोस्ट-डॉक्टरेट की उपाधि विस्कॉन्सिन, कॉर्नेल विश्वविद्यालयों और रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (RIPA), लंदन, यूके में उन्नत विस्तार प्रबंधन प्रशिक्षण में फुलब्राइट सीनियर रिसर्च स्कॉलर के रूप में हासिल की. उन्हें पिछले चार दशकों से कृषि विस्तार, प्रबंधन और योजना में समृद्ध अनुभव है.

English Summary: Dr. Sadmate,former advisor of Agriculture Commission attended Kj chaupal
Published on: 04 July 2022, 07:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now