देश के मजदूरों को आर्थिक तौर पर मदद करने के लिए भारत सरकार ने एक नई योजना की शुरुआत की. इस योजना में देश के असंगठित क्षेत्र मजदूरों को मदद मिलेगी. सरकार ने इस योजना का नाम ‘डोनेट-ए-पेंशन’ रखा है. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत नई दिल्ली में इस योजना की शुरुआत की.
आपको बता दें कि इस योजना की स्कीम में लोग घरेलू कामगारों, ड्राइवरों, घरेलू नौकरों सहित कर्मचारियों के लिए एक प्रीमियम का दान कर सकते हैं. इस बात की जानकारी मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्विटर पर दी. उन्होंने कहा की मैंने इस योजना की पहल के लिए अपने घर पर माली को पेंशन दान देकर डोनेट-ए-पेंशन स्कीम की शुरुआत की. मंत्री की तरफ से PM-SYM पेंशन स्कीम के तहत उठाया गया पहला कदम था.
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने यह भी कहा की भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के द्वारा मजदूरों को लाभ पहुंचाने के लिए आईकॉनिक वीक की शुरुआत की है. जिसके तहत ही इस डोनेट ए पेंशन स्कीम को शुरू किया गया है, जिसमें देश के असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ देने के लिए ई-श्रम रजिस्ट्रेशन की शुरुआत होगी.
कौन-कौन मजदूर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं (Which workers can register)
सरकार की इस योजना का लाभ देश के सभी मजदूरों को मिलेगा, लेकिन इसके रजिस्ट्रेशन के लिए निम्न योग्यता होनी चाहिए. जो कुछ इस प्रकार है.
- आप 18 से 40 वर्ष के होने चाहिए.
- आपको न्यूनतम जमा राशि 660 से 2400 रूपए करवानी होगी. बता दें कि आपकी आयु 60 साल होने के बाद हर महीने आपको यह राशि 3 हजार रुपए पेंशन के रूप में दिए जाएंगे.
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- उमंग ऐप के द्वारा भी आप ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं. अब तक देश के लगभग 25 करोड़ मजदूरों ने 400 से अधिक व्यवसाय के लिए उमंग ऐप के जरिए पंजीकरण करवाया है.
- अगर आपको ऑनलाइन पंजीकरण करने में कोई भी दिक्कत आती है, तो आप अपनी नजदीकी सरकारी जन सेवा केंद्र में जाकर आसानी से PM-SYM पंजीकरण करवा सकते है. इसके लिए बस आपके पास आधार कार्ड और बैंक खाता होनी चाहिए.
- इसके बाद आवेदन मजदूर को एक श्रम योगी कार्ड दिया जाएगा. जिससे उसे इस योजना का लाभ प्राप्त होगा.