भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने साल 1977 में अपना परिचालन शुरू किया था, तब से लगातार भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए रखने के लिए लगातार नवाचारों के माध्यम से अपनी साख किसानों में बनाए रखने में सफल रहा है.
यही कारण है कि आज भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड की उपस्थिति सम्पूर्ण भारत में है. ऐसे में किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली फसल सुरक्षा देनी हो या अन्य सेवाएं दोनों में ही भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड सबसे आगे रहता आया है. अतः इस कार्य को सफलता के साथ पूरा करने का श्रेय धर्मेश गुप्ता को जाता है, जो भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं. धर्मेश गुप्ता को फसल संरक्षण उत्पादों और उद्योग में 21 वर्षों से भी अधिक का अनुभव है.
उन्होंने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से वाणिज्य में स्नातक डिग्री और साथ ही मार्केटिंग में एमबीए की डिग्री हासिल की है. इन्होंने विपणन, बिक्री और उत्पादन में Leadership (नेतृत्व) के तौर पर कार्य किया है. इन्हें वित्तीय प्रबंधन और सूचना प्रौद्योगिकी के सभी पहलुओं की ठोस समझ है.
गौरतलब है कि भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड के पास कई प्रकार के उत्पाद हैं, जो 26 गोदामों, 4,000 से अधिक वितरकों और बड़ी संख्या में खुदरा विक्रेताओं के नेटवर्क के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराए जाते हैं. भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड की एग्रोनॉमिस्ट्स की टीम किसानों के साथ मिलकर काम करती है और उन्हें फसल सुरक्षा के बारे में पर्याप्त सलाह देती है.
धर्मेश गुप्ता का मानना है कि हमारा दृष्टिकोण कृषि विज्ञान के साथ एक मुस्कान लाना है. कृषि में विज्ञान के माध्यम से हम अपने सभी हितधारकों जैसे किसानों, उपभोक्ताओं और वितरकों के चेहरों पर मुस्कान लाना चाहते हैं. हमारा मिशन स्थायी खेती में समाधान देने के लिए एक अभिनव मंच बनें. हम किसानों को सतत खेती करने में सक्षम बनाने के लिए अभिनव समाधान प्रदान करना चाहते हैं और इसलिए हमने उड़ान परियोजना शुरू की थी, जिसके माध्यम से हम अगले 5 वर्षों में 1000 करोड़ का कारोबार हासिल करना चाहते हैं.
अपने इस नेक विचारों को सभी किसान भाइयों तक पहुँचाने के लिए धर्मेश गुप्ता ने अपने व्यस्त समय से कुछ समय निकालते हुए कृषि जागरण मीडिया हाउस पहुंचे. धर्मेश गुप्ता के स्वागत में कृषि जागरण और एग्रीकल्चर वर्ल्ड के फाउंडर एंड एडिटर इन चीफ मौजूद थे. खुले दिल से धर्मेश गुप्ता का स्वागत और अभिनंदन करते हर पूरे कृषि जागरण परिवार से मिलवाया और अपने विचारों को अपने किए गए कामों को सभी के समक्ष रखने का आग्रह किया.धर्मेश गुप्ता ने अपने बातों को कविता की चार पंक्तियों के साथ शुरू करते हुए कहा की जिस तरह से विज्ञान तेज़ी से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में हमें जरुरी है कि हम उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें.
साथ ही उन्होंने सतत कृषि के विचारों को भी रखा और देश के सभी युवाओं से अपील की, वह खेती से बेरूख ना हों. इसी के साथ उन्होंने अनाज के बढ़ती मात्रा के बारे में भी बताया. साथ ही उन्होंने किसानों को यह भी बताया कि कैसे किसान आने वाले दिनों में अपने उत्पादकता को और अधिक से अधिक बढ़ा सकते हैं. इसके लिए soil testing को अपनाना अत्यंत जरुरी है. इसके लिए भारत सर्टिस ने इस दिशा में कदम भी उठाया है.
Soil testing को लेकर भारत सर्टिस पूरे देश में काम कर रही है, ताकि किसानों को मदद मिल सके. कृषि जागरण के केजे चौपाल से धर्मेश गुप्ता ने किसानों की कई समस्याओं पर चर्चा की और कहा यह हमारे देश के अन्नदाता हैं हम इसके शुक्रगुजार हैं.