किसानों को कृषि के कई कामों के लिए रुपयों की जरूरत होती है. फसल उगाने के लिए बीज, खाद, कीटनाशक, कृषि यंत्र आदि की खरीद के लिए उन्हें पैसों की जरूरत होती है. इतना पैसा किसान के पास नहीं होता है जिसकी वजह से उसे खेती के लिए लोन लेना पड़ता है. किसान सहकारी और राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से लोन लेते हैं लेकिन कभी-कभी मौसम की मार के कारण फसल खराब होने पर लोन नहीं चुका पाते. डिफॉल्टर होने पर किसानों को दोबारा लोन नहीं मिलता. लेकिन इन तरीकों से डिफॉल्टर किसान भी लोन ले सकते हैं.
ऐसे बने दोबारा लोन लेने के अधिकारी-
किसान को बैंक की ओर से लोन चुकाने के लिए मौका भी दिया जाता है. किसान लेट फीस जमा कराने के साथ लोन की मूल राशि, ब्याज सहित जमा करवा कर अपना क्रेडिट स्टेटस सुधार सकते हैं. यदि आप बैंक का पुराना पूरा पैसा जमा करा देते हैं तो इसके बाद बैंक से दोबारा लोन लेने के अधिकारी हो जाते हैं. इसके अलावा सरकार भी ऋण ब्याज माफी योजना के तहत किसानों को बैंक ब्याज में छूट का लाभ देती है.
सिबिल स्कोर सुधारे-
दोबारा लोन पाने के लिए सिबिल स्कोर 750 से अधिक होना जरूरी है. हालांकि भारत में कई बैंक ऐसे भी है जो 300 से अधिक सिबिल स्कोर वाले आवेदकों को भी लोन दे देते हैं. लेकिन इनकी ब्याज दरें काफी ऊंची होती हैं. सिबिल स्कोर सुधारने के लिए उपयोगिता अनुपात को कम करना चाहिए, यानि बैंक से उतना ही लोन लेना चाहिए जिसे आप आसानी से चुका सकें. इसके अलावा एक साथ कभी लोन नहीं लेना चाहिए. ऐसे में एक अच्छा सिबिल स्कोर रखने के लिए कुल उपलब्ध क्रेडिट सीमा के 30 प्रतिशत से कम का ही उपयोग करना चाहिए. साथ ही अपने पुराने बैंक खातों को बंद करने से बचना चाहिए. पुराने खाते आपके बैंकों से दीर्घकालीन संबंध और जुड़ाव को दर्शाते हैं. इसके अलावा समय पर बैंक लोन की किस्तें और ब्याज की अदायगी करें. नियमित रूप से ईएमआई यानि किस्तें चुकाने पर सिबिल स्कोर बढ़ता है. वहीं एक साथ कई क्रेडिट कार्ड, ऋण और अन्य ऋण के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए.
किसानों को क्रेडिट कार्ड से मिलता सस्ता लोन-
किसानों को कृषि से संबंधित कार्यों के लिए ऋण लेने में आसानी हो. इसके लिए सरकार की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलाई गई है. इसके तहत किसानों को कम ब्याज दर पर बैंक ऋण मिलता है. इस कार्ड के जरिये किसान कम ब्याज दर पर 3 लाख रुपए तक का ऋण ले सकते हैं. वैसे तो बैंक की ब्याज दर 7 प्रतिशत होती है. लेकिन जो किसान समय पर लोन चुका देते उन्हें 3 प्रतिशत ब्याज में छूट दी जाती है.
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बैंक से कौन-कौन से किसान ले सकते ऋण-
किसान खेती-बाड़ी के अलावा अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए भी बैंक से लोन ले सकते हैं. बैंक की ओर से किसानों को क्रेडिट कार्ड, ट्रैक्टर लोन, नया ट्रैक्टर लोन, ट्रैक्टर के बदले लोन, पर्सनल लोन, मोरगेज लोन, गोल्ड लोन आदि लोन दिए जाते हैं. इसके अलावा कई बार बैंक किसानों को जमीन या वाहन को गिरवी रखकर भी लोन उपलब्ध कराता है.