हर साल अधिकतर किसानों को प्राकृतिक अपादा की मार झेलनी पड़ती है. यह एक ऐसी समस्या बन गई है, जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. देश का लगभग हर किसान बाढ़, आंधी, ओले, बारिश, जल भराव और भूस्खल की मार झेलता है.
इसी समस्या की वजह से राजस्थान के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरने लगी है, क्योंकि उनकी करोड़ों रुपए की फसलें मानसून की भारी बारिश (Heavy Rain) की वजह से बर्बाद हो गईं हैं. दरअसल, राज्य के कई जिले बाढ़ से काफी प्रभावित हुए हैं. ऐसे में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं.
फसलों का सर्वे कर जारी होगी रिपोर्ट
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने निर्देश दिया है कि बर्बाद हुई फसलों का तत्काल रुप से सर्वे किया जाए और उसकी पूरी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाए. इसके अलावा, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इस पत्र में लिखा गया है कि किसानों को बाढ़ से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए. बता दें कि पिछले कई दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. इस कारण क्षेत्र की फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा दिए जाने की मांग की जा रही है. जानकारी के लिए बताते चलें कि राज्य के कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ समेत बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टर्स से फोन पर बातचीत की गई है और उन्हें नुकसान का आंकलन करने के लिए कहा गया है.
किसानों को मिलेगा फसल बीमा का लाभ
इसके साथ ही कृषि मंत्री लालचंद कटारिया द्वारा बताया गया है कि बाढ़ की वजह से खराब फसलों की रिपोर्ट जिला कलक्टर्स से मांगी गई है. इस रिपोर्ट के आते ही किसानों को फसल बीमा का लाभ दिया जाएगा.
इसके अलावा सिंघवी ने सीएम को लिखा है कि हाड़ौती समेत दक्षिणी पूर्वी जिलों में भारी बारिश होने की वजह से बड़े पैमाने पर किसानों की फसलें खराब हुई हैं.
लगातार बारिश से किसानों की फसल खराब
राज्य के अधिकांश गावों और कस्बों का संपर्क नदी-नाले उफान पर होने की वजह टूटा हुआ है. इसी तरह छबड़ा-छीपाबड़ौद क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिससे किसानों की फसल खराब हो गई हैं. दूसरी तरफ आम लोगों का जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है, क्योंकि भारी बारिश और तेज हवा चलने की वजह से कच्चे और पक्के मकान गिर गए हैं. इससे लोगों के सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी हो गई हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि देश में हर साल कई किसानों की फसल भारी बारिश या फिर अन्य प्राकृतिक आपदा की वजह से खराब होती है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इनके जरिए किसानों को फसल नुकसानी का मुआवजा दिया जाता है. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने भी किसानों की मदद के लिए अहम फैसला लिया है.