भारत के कुछ हिस्सों में इन दिनों फसल कटाई का काम शुरू हो चुका है. लेकिन अब बैमौसम बारिश ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश के किसानों को पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले कुछ दिनों में बेमौसम बारिश और ओलों की आशंका के कारण गेहूं और अन्य रबी फसलों को स्थगित करने को कहा गया है. क्योंकि बारिश के दौरान की गई कटाई से फसलों के सड़ने की संभावना अधिक रहती है.
परिपक्व फसलों के मामले में आईएमडी ने किसानों को कुछ राज्यों में सरसों और चना जैसी फसलों की जल्द से जल्द कटाई करने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी है. किसानों को गेहूं फसल गिरने से बचाने के लिए सिंचाई बंद करने को भी कहा गया है.
बारिश को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग की मानें तो बीते 24 घंटों में देश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़े हैं. बीते 24 घंटों में पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा में ओलावृष्टि भी देखी गई.
जिससे फसलों को काफी नुकसान हुआ है. आईएमडी ने अपने नवीनतम पूर्वानुमान में कहा कि 19 मार्च को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर आंधी, बिजली, तूफान और ओलावृष्टि की संभावना है. साथ ही 20 – 21 मार्च को पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में बारिश की संभावना जताई गई है.
पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सलाह
भारत मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा और पश्चिम मध्य प्रदेश के किसानों को फसलों की कटाई स्थगित करने के की सलाह दी है. यदि फसलों की कटाई का काम पहले ही किया जा चुका है तो नुकसान से बचने के लिए किसानों को उसे सुरक्षित स्थानों पर स्टोर कर लेना चाहिए.
मौसम विभाग ने कहा कि तेज हवा/ओलों से खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है, खुले स्थानों पर लोग और मवेशी घायल हो सकते हैं और तेज हवाओं के कारण कमजोर संरचनाओं को आंशिक नुकसान हो सकता है.
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राजस्थान के किसानों को सलाह दी गई है कि वे परिपक्व सरसों और चने की जल्द से जल्द कटाई कर सुरक्षित स्थान पर भण्डारण कर लें. इसी तरह, पूर्वी मध्य प्रदेश के किसानों को सरसों, चना और गेहूं की तुरंत कटाई कर सुरक्षित स्थान पर जमा करने को कहा गया है.