श्योपुर सहित मध्य प्रदेश के 13 और पूरे देश में कुल 91 एफएम ट्रांसमीटरों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज किए उद्घाटन पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और मुरैना-श्योपुर के सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रधानमंत्री (Prime Minister) का आभार व्यक्त किया. तोमर ने कहा कि इससे श्योपुर के आदिवासी अंचल के लोगों को भी बहुत लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री का इस बात में दृढ़ विश्वास रहा है कि जनता तक पहुंचने में रेडियो कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. व्यापक श्रोताओं तक पहुंचने के लिए इस माध्यम की अनूठी ताकत का उपयोग करने के लिए प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम (Mann Ki Baat Program) शुरू किया, जो अपने ऐतिहासिक 100 वें एपिसोड के करीब है.
प्रधानमंत्री मोदी ने आज एफएम ट्रांसमीटरों का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए कहा कि रेडियो और मन की बात के माध्यम से मुझे देश की ताकत व देशवासियों के बीच कर्तव्य की सामूहिक शक्ति से जोड़ा जा सका है और एक तरह से मैं आपकी ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) टीम का हिस्सा हूं. जिन्हें दूर का समझा जाता था, उन्हें अब बड़े स्तर पर जुड़ने का मौका मिलेगा. भारत सरकार प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण की दिशा में तेजी से काम कर रही है. डिजिटल इंडिया (Digital India) ने न केवल रेडियो को नए श्रोता दिए हैं, बल्कि एक नई विचार धारणा भी दी है. चाहे वह डीटीएच हो या एफएम रेडियो, यह शक्ति हमें भविष्य के भारत में झांकने का मौका देती है. हमें भविष्य के लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार करना होगा. हमारी सरकार सांस्कृतिक संपर्क के साथ-साथ बौद्धिक संपर्क को भी मजबूत कर रही है. किसी भी रूप में कनेक्टिविटी का उद्देश्य देश और इसके 140 करोड़ नागरिकों को जोड़ना होना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने भाषाई विविधता के आयाम का जिक्र करते हुए बताया कि एफएम प्रसारण सभी भाषाओं और विशेष रूप से 27 बोलियों वाले क्षेत्रों में होगा. बता दें कि यह सिर्फ संचार के साधनों को ही नहीं जोड़ते बल्कि यह लोगों को भी एक साथ जोड़ने का काम करती है. यह इस सरकार की कार्य संस्कृति को दर्शाता है, भौतिक संपर्क को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक संपर्क पर प्रधानमंत्री ने जोर दिया.
देश में एफएम कनेक्टिविटी (FM connectivity) बढ़ाने की सरकार की प्रतिबद्धता के तहत, 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 84 जिलों में 91 नए 100W एफएम ट्रांसमीटर लगाए गए हैं. देखा जाए तो इस योजना का विशेष रूप से ध्यान आकांक्षी जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहा है. जिन राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया गया हैं, उनमें मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, नागालैंड, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह और लद्दाख आदि शामिल हैं.
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देखा जाए तो आकाशवाणी की एफएम सेवा के साथ, वर्तमान में अब अतिरिक्त 2 करोड़ लोगों को कवर किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इसके परिणामस्वरूप लगभग 35 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कवरेज का विस्तार किया जाएगा.