केंद्र सरकार के मुताबिक 24 जनवरी 2021 तक 9 राज्यों (केरल, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब) में पोल्ट्री पक्षियों में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ़्लू) की पुष्टि हुई है.
जबकि 12 राज्यों (मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर तथा पंजाब) में कौव्वे, प्रवासी पक्षियों और जंगली पक्षियों में इस संक्रमण के प्रकोप की पुष्टि की गई है.
बर्ड फ्लू को लेकर FSSAI ने जारी किए दिशा-निर्देश
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने लोगों और खाद्य व्यवसायों से आग्रह किया है कि वे न घबराएं. साथ ही सुरक्षित खपत के लिए मुर्गी के मांस और अंडे की उचित हैंडलिंग और खाना पकाने को सुनिश्चित किया है. FSSAI ने खुदरा मांस की दुकानों पर और उपभोक्ताओं द्वारा और पोल्ट्री मांस को संभालने या संसाधित करने में सावधानी बरतने का सुझाव दिया है. FSSAI ने यह भी कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि पोल्ट्री मांस और अंडे खाने के लिए सुरक्षित हैं और कोई महामारी विज्ञान डेटा नहीं कहता पका हुआ मांस खाने से बर्ड फ्लू हो सकता है.
किसानों और पशुपालकों को मिलेगा मुआवज़ा
गौरतलब है कि उन किसानों और पशुपालकों को मुआवज़ा दिया जाता है, जिनके पोल्ट्री (कुक्कुट) पक्षियों, अंडों और पोल्ट्री चारा को राज्य की विशेष कार्य योजना के अनुसार निपटाया / निस्तारित किया जाता है.
भारत सरकार का पशुपालन एवं डेयरी विभाग (डीएएचडी) अपनी पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण योजना के अंतर्गत पशु रोगों के नियंत्रण के लिए राज्यों को सहायता-एएससीएडी के तहत 50:50 प्रतिशत सहयोग के आधार पर राज्यों /केंद्रशासित प्रदेशों को सहायता राशि उपलब्ध कराता है.