देश के नारियल किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान "अन्नदाता देवो भव- किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी" के हिस्से के रूप में नारियल विकास बोर्ड ने 26 अप्रैल 2022 से 1 मई 2022 तक 'वैज्ञानिक नारियल की खेती, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन' पर एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री सहित अन्य मंत्रियों ने भी भाग लिया था.
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 26 अप्रैल 2022 को वस्तुतः कार्यक्रम का उद्घाटन किया साथ ही इस कार्यक्रम में लगभग 20000 से अधिक नारियल किसानों ने अपनी भागीदारी दर्ज की थी.
कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, नारियल में उत्कृष्टता केंद्र और एक किसान प्रशिक्षण सह-प्रशासनिक भवनों का उद्घाटन क्रमशः धाली, तिरुपुर जिला, तमिलनाडु और हिचाचारा, दक्षिण त्रिपुरा में किया गया. जहाँ धाली में नारियल उत्कृष्टता केंद्र का उद्देश्य उन्नत नारियल की खेती प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करना है, जो प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के अलावा पूरे देश में नारियल रोपण सामग्री के प्रमुख स्रोत/आपूर्तिकर्ता के रूप में कार्य करेगा.
वहीँ त्रिपुरा में नारियल के लिए प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों में नारियल की खेती के विकास में एक मील का पत्थर है, इस अभियान के तहत नारियल की खेती, प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन के विभिन्न पहलुओं पर लगभग 80 सेमिनार भी आयोजित किए गए.
जागरूकता कक्षाएं आईसीएआर, सीपीआरआई, राज्य कृषि/बागवानी विभागों, कृषि विज्ञान केंद्रों और किसान उत्पादक संगठनों के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
अभियान के हिस्से के रूप में, नारियल उत्पादों पर एक तीन दिवसीय आभासी व्यापार मेले का भी आयोजन किया गया, जिसमें अद्भुत फसल 'नारियल' की विविध उपयोगिता को प्रदर्शित किया गया जैसे - भोजन, मिठास और पेय पदार्थों से लेकर गैर-खाद्य उत्पादों आदि.
अभियान का मुख्य उद्देश्य नारियल की खेती और उद्योग की संभावनाओं पर किसानों, उद्यमियों, नीति निर्माताओं और अन्य हितधारकों के बीच सूचना का प्रसार करना था.