उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मंगलवार को कोरोना वॉरियर्स कहे जाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, स्वच्छता कर्मियों और पुलिस कर्मियों के लिए 'चिकित्सा सेतु' एप लॉन्च किया गया. सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच हमें अपने आपको सुरक्षित रखना सबसे अहम है. कोविड-19 की श्रृंख्ला को तोड़ना हमारे लिए काफी जरूरी है. इस मुश्किल की घड़ी में सबसे अहम भूमिका निभने वाले सभी कोरोना योद्धाओं की रक्षा करना बहुत जरूरी है. कोविड-19 की श्रृंख्ला को तोड़ने में वह हमेशा सबसे आगे खड़े हैं.
चिकित्सा सेतु एप देश का पहला चिकित्सा प्रशिक्षण मोबाइल एप है जिसका लोकार्पण योगी आदित्यनाथ ने किया है. यह एप फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स जैसे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मियों इत्यादि को संक्रमण से बचाने के लिए कवच का काम करेगा. आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए इसके संक्रमण से बचना ही उपचार है क्योंकि अभी तक इसकी कोई दवा या वैक्सीन की खोज नहीं हुई है. मेडिकल इन्फेक्शन के बारे में उन्होंने कहा कि यह भी कोविड-19 के प्रसार में एक महत्वपूर्ण कारक है. एप के बारे में उन्होंने कहा कि इस एप के जरिए कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचाने के साथ-साथ कोविड-19 की चेन तोड़ने में भी सफलता हासिल होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस फिल्हाल एक अदृश्य शत्रु कि तरह है जिसको रोकना एक संघर्ष है जिसे हम जल्द हासिल करेंगे. जब कोविड-19 से लड़ाई की संघर्ष की शुरुआत हुई थी तब सैनिटाइजर, पीपीई किट व एन 95 मास्क का अभाव था लेकिन आज देश में इन सभी चीज़ों की कोई कमी नहीं है और सभी सामग्री को बनाने में देश आत्मनिर्भर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के उपचार में भी सभी बेहतर संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. सुविधा के हिसाब से लेवल वन से लेकर लेवल थ्री तक के कोविड-19 अस्पतालों में बेहतर उपचार की सुविधा दी जा रही है. इसके बावजूद फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचाने के लिए गहन प्रशिक्षण की जरूरत है, जिसे यह मोबाइल एप पूरा करेगा.
इस मोबाइल एप को केजीएमयू लखनऊ व नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्मार्ट गवर्नेंस हैदराबाद की मदद से तैयार किया है. इसे तैयार करने वाले शख्स हैं आइएएस प्रशांत शर्मा. उन्होंने एप के बारे में जानकारी दिया कि इसमें कई तरह की जानकारी दी गई है. जैसे इसमें छोटे-छोटे वीडियो के माध्यम से कोरोना से बचाव, पीपीई किट व मास्क का प्रयोग और मरीज को शिफ्ट करने में किन-किन बातों का ध्यान रखना है इन सभी के बारे में बहुत ही आसान जानकारी दी गई है.
इस एप को मूलत: हिंदी भाषा में तैयार किया गया है लेकिन इसे अन्य भाषाओं में भी डब किया जा सकता है. इस एप में एक महत्वपूर्ण भाग वेबीनार आयोजित करने का भी प्रावधान है जिसमें देश के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. नरेश त्रेहन व डा. रणदीप गुलेरिया आदि जैसे चिकित्सकों से बचाव की बारिकियां और अपडेट्स की मदद ली जा सकती है. बता दें कि इस एप की सामग्री जिलों के चिकित्सकों से मिले फीडबैक पर आधारित है.
ये खबर भी पढ़े : List of banned pesticides: राज्य में प्रतिबंधित होंगे ये 27 कीटनाशक, पढ़ें पूरी खबर !