Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 1 May, 2021 2:31 PM IST
China

कुछ लोग चेहरे पर नाकाब डाल कर जिस तरह का ढोंग रचते हैं. यकीनन, उसे देखकर आपका खून खौल जाएगा, लिहाजा एक समझदार शख्स हमेशा ऐसे लोगों से परहेज ही करता है. कुछ ऐसे ही लोगों में भारत भी शामिल है, जो हमेशा से अपने दुश्मनों से दो कदम की दूरी बनाकर ही रखना मुनासिब समझता है. अभी चीन को ही ले लीजिए. कल तक जिस चीन के साथ हमारा 36 का आंकड़ा था.

आज जब कोरोना से जैसी विपदा हमारे माथे पर पड़ी है, तो ऐसे आलम में चीन ने भारत को मदद की पेशकश कर सभी के हाथ-पांव फुला दिए. चीन हमारी मदद करेगा, यह सुनने में बड़ा अजीब लगा. हालांकि, चीन की इस पेशकश के बाद भारत ने चीन से ऑक्सीजन लेने का मन भी बना लिया था, लेकिन दवा के बाद कैसे किसी को दर्द दिया जाता है. यह सिखना हो तो कोई चीन से सीखे.

 

जी हां...बिल्कुल, हम ऐसा इसलिए लिख रहे हैं, क्योंकि कल तक भारत को मदद की पेशकश करने वाले चीन ने भारत को दगा दिया है. यह तो हमें पता ही था कि चीन बड़ा ही धोखेबाज है, लेकिन चीन इतनी नीच हरकत करने पर आमादा हो जाएगा. यह नहीं सोचा था. बता दें कि कल तक हमारी मदद करने की पेशकश करने वाला चीन अब पूर्वी लद्दाख की सीमा पर सैनिकों की संख्या में इजाफा कर रहा है. यह सब कुछ उसने भारत को तनावग्रस्त करने के लिए किया है.

हालांकि, जब चीन ने भारत की इस मुश्किल दौर में मदद करने की पेशकश की थी, तब लगा था की दोनों देशों के रिश्तों में जमी धूल छट जाएगी,  मगर अब जिसके खून में ही दगा हो, तो वो भला हमारी मदद क्या करेगा. बता दें कि भारत में कोरोना से विकट हो चुकी स्थिति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान ने भी भारत को मदद की पेशकश की, लेकिन इस संदर्भ में भारत की तरफ से इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

जी हां...बिल्कुल, हम ऐसा इसलिए लिख रहे हैं, क्योंकि कल तक भारत को मदद की पेशकश करने वाले चीन ने भारत को दगा दिया है. यह तो हमें पता ही था कि चीन बड़ा ही धोखेबाज है, लेकिन चीन इतनी नीच हरकत करने पर आमादा हो जाएगा. यह नहीं सोचा था. बता दें कि कल तक हमारी मदद करने की पेशकश करने वाला चीन अब पूर्वी लद्दाख की सीमा पर सैनिकों की संख्या में इजाफा कर रहा है. यह सब कुछ उसने भारत को तनावग्रस्त करने के लिए किया है.

इससे पहले भी वो कई मौकों पर भारत को घेरने के लिए सीमा पर इस तरह की नापाक हरकत कर चुका है, लेकिन ऐसे मुश्किल समय में जब भारत की मदद के लिए अमेरिका, फ्रांस, रूस, जर्मनी समेत कई देश सामने आ रहे हैं, तो ऐसे में चीन ने भी भारत की मदद की पेशकश की थी, लेकिन अंत में उसने हमें अपने दगाबाज रूख से रूबरू करवा ही दिया. पूर्वी लद्दाख की सीमा पर भारी संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है.

मालूम हो कि चीन हमेशा से पूर्वी लद्दाख को अपना हिस्सा बताते हुए आया है. विगत वर्ष इस जगह पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक तनाव भी देखने को मिला था, जिसमें हमारे कई  जवान शहीद भी हो गए थे. हालांकि, इस मुठभेड़  में चीन के सैनिक भी मारे गए थे, मगर चीन ने अपने सैनिकों की शहादत को मानने से इनकार कर दिया था. अमेरिकी जांच एसेंजियों ने इस बात का पता लगा लिया था कि इस मुठभेड़ृ में चीनी सैनिकों की भी मौत हुई है.

English Summary: china deceive india in the name of helping
Published on: 01 May 2021, 02:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now