कुछ लोग चेहरे पर नाकाब डाल कर जिस तरह का ढोंग रचते हैं. यकीनन, उसे देखकर आपका खून खौल जाएगा, लिहाजा एक समझदार शख्स हमेशा ऐसे लोगों से परहेज ही करता है. कुछ ऐसे ही लोगों में भारत भी शामिल है, जो हमेशा से अपने दुश्मनों से दो कदम की दूरी बनाकर ही रखना मुनासिब समझता है. अभी चीन को ही ले लीजिए. कल तक जिस चीन के साथ हमारा 36 का आंकड़ा था.
आज जब कोरोना से जैसी विपदा हमारे माथे पर पड़ी है, तो ऐसे आलम में चीन ने भारत को मदद की पेशकश कर सभी के हाथ-पांव फुला दिए. चीन हमारी मदद करेगा, यह सुनने में बड़ा अजीब लगा. हालांकि, चीन की इस पेशकश के बाद भारत ने चीन से ऑक्सीजन लेने का मन भी बना लिया था, लेकिन दवा के बाद कैसे किसी को दर्द दिया जाता है. यह सिखना हो तो कोई चीन से सीखे.
जी हां...बिल्कुल, हम ऐसा इसलिए लिख रहे हैं, क्योंकि कल तक भारत को मदद की पेशकश करने वाले चीन ने भारत को दगा दिया है. यह तो हमें पता ही था कि चीन बड़ा ही धोखेबाज है, लेकिन चीन इतनी नीच हरकत करने पर आमादा हो जाएगा. यह नहीं सोचा था. बता दें कि कल तक हमारी मदद करने की पेशकश करने वाला चीन अब पूर्वी लद्दाख की सीमा पर सैनिकों की संख्या में इजाफा कर रहा है. यह सब कुछ उसने भारत को तनावग्रस्त करने के लिए किया है.
हालांकि, जब चीन ने भारत की इस मुश्किल दौर में मदद करने की पेशकश की थी, तब लगा था की दोनों देशों के रिश्तों में जमी धूल छट जाएगी, मगर अब जिसके खून में ही दगा हो, तो वो भला हमारी मदद क्या करेगा. बता दें कि भारत में कोरोना से विकट हो चुकी स्थिति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान ने भी भारत को मदद की पेशकश की, लेकिन इस संदर्भ में भारत की तरफ से इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
जी हां...बिल्कुल, हम ऐसा इसलिए लिख रहे हैं, क्योंकि कल तक भारत को मदद की पेशकश करने वाले चीन ने भारत को दगा दिया है. यह तो हमें पता ही था कि चीन बड़ा ही धोखेबाज है, लेकिन चीन इतनी नीच हरकत करने पर आमादा हो जाएगा. यह नहीं सोचा था. बता दें कि कल तक हमारी मदद करने की पेशकश करने वाला चीन अब पूर्वी लद्दाख की सीमा पर सैनिकों की संख्या में इजाफा कर रहा है. यह सब कुछ उसने भारत को तनावग्रस्त करने के लिए किया है.
इससे पहले भी वो कई मौकों पर भारत को घेरने के लिए सीमा पर इस तरह की नापाक हरकत कर चुका है, लेकिन ऐसे मुश्किल समय में जब भारत की मदद के लिए अमेरिका, फ्रांस, रूस, जर्मनी समेत कई देश सामने आ रहे हैं, तो ऐसे में चीन ने भी भारत की मदद की पेशकश की थी, लेकिन अंत में उसने हमें अपने दगाबाज रूख से रूबरू करवा ही दिया. पूर्वी लद्दाख की सीमा पर भारी संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है.
मालूम हो कि चीन हमेशा से पूर्वी लद्दाख को अपना हिस्सा बताते हुए आया है. विगत वर्ष इस जगह पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक तनाव भी देखने को मिला था, जिसमें हमारे कई जवान शहीद भी हो गए थे. हालांकि, इस मुठभेड़ में चीन के सैनिक भी मारे गए थे, मगर चीन ने अपने सैनिकों की शहादत को मानने से इनकार कर दिया था. अमेरिकी जांच एसेंजियों ने इस बात का पता लगा लिया था कि इस मुठभेड़ृ में चीनी सैनिकों की भी मौत हुई है.