केंद्र की मोदी सरकार अब उपभोक्ताओं को घर में बैठे हुए सस्ते दामों पर प्याज, दलहन और टमाटर को बेचने की योजना बना रही है. इस संबंध में केंद्रीय उपभोक्ता एवं खाद्य आपूर्ति वितरण मंत्रालय नेफेड, सार्वजनिक कंपनियों के साथ में मिलकर इस तरह की योजना को शुरू करने जा रही है. मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सरकार की योजना सीधे उपभोक्ताओं को दलहन, प्याज और टमाटर को सही दाम पर उपलब्ध करवाने की है. केंद्रीय मंत्रालय इन तीनों एग्री उत्पादों की सीधे मार्केटिंग और रिटेलिंग भी करेगा. वह कहते है कि जहां पर उपभोक्ताओं को ठीक दाम पर दलहन, प्याज और टमाटर उपलब्ध होंगे वहीं पर किसानों को सही दाम मिलेगा.
ई-कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से बेचने की योजना
मंत्रालय का कहना है कि इस तरह से महंगाई तो काबू में होगी ही साथ ही केंद्रीय पूल से दलहन और प्याज के स्टॉक का उठाव होने में मदद मिलेगी. वह कहते है कि उपभोक्ताओं को इन सबकी उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए हमारा मंत्रालय सभी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है. इस बारे में दिल्ली सरकार, दिल्ली एपीएमसी, सफल और नेफेड के अधिकारियों के साथ बैठके हुई है.
प्य़ाज की तरह टमाटर की खरीद किसानों
नफेद दालों की खरीद किसानों से न्यनूतमसमर्थन मूल्य पर करती है साथ ही बफर स्टॉक के लिए वह प्याज की खरीद भी करती है. इसी तरह टमाटर की खरीद भी किसानों से की जाएगी. दालों के साथ ही प्याज की कीमतें बढ़ने पर राज्यों को केंद्रीय पूल से उठाव हेतु लिखा जाता है लेकिन कई राज्य सरकारों ही दालों के साथ प्याज का उठाव केंद्रीय पूल से करती है. केंद्र सरकार इसीलिए दलहन, प्याज और टमाटर सीधे उपभोक्ताओं को बेचने की योजना बनाई है. केंद्रीय पूल में दलहन का भारी भरकम स्टॉक है, जबकि प्याज का भी करीब 45 हजार टन का स्टॉक है. प्याज के भाव फुटकर में बढ़कर कई राज्यों में 40 से 50 रूपये प्रति किलो पर पहुंच गए है.