केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बुधवार को कृषि भवन नई दिल्ली में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार तथा भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान इज्जतनगर के संयुक्त तत्वाधान में निर्मित लम्पी प्रो वैक्सीन (lampi pro vaccine)का विमोचन किया.
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय पशुपालन मंत्री परषोत्तम रुपाला सहित कृषि मंत्रालय के अधिकारी गण उपस्थित रहे. वैक्सीन निर्मित करने वाले संस्थानों एवं पशु वैज्ञानिकों का उत्साह वर्धन करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि गोवंश में फैल रही वायरल बीमारी को निर्मित करने के लिए इतनी जल्दी वैक्सीन लॉन्च करना हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत एवं समर्पण को दर्शाता है.
वैक्सीन लॉन्च कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि गत कुछ दिनों से राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों में गौ वंश में फैल रही लम्पी चर्म रोग की समस्या किसानों व पशुपालकों सहित हम सभी देशवासियों के लिए बेहद दुःखद है. रोजाना सैंकड़ों की संख्या में गायों की मृत्यु ने हम सभी को बड़ा नुकसान पहुँचाया है. कैलाश चौधरी ने कहा कि मैं देश के किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि केन्द्र सरकार उनके साथ है. मुझे विश्वास है कि हम सभी मिलकर गायों में फैली इस महामारी पर विजय प्राप्त करने में अवश्य सफल होंगे.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के किसानों और पशुपालकों की ओर से अवगत कराने पर उन्होंने गायों में फैली इस बीमारी के विस्तृत अध्ययन के लिए ICAR के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के एक वैज्ञानिक मंडल को पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में भेजा. इस दल ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपी तथा शोध के पश्चात् वैज्ञानिकों की टीम द्वारा इससे निजात पाने के लिए एक वैक्सीन का निर्माण किया गया है. निश्चित रूप से जल्द ही यह वैक्सीन प्रभावित क्षेत्रों एवं पशुपालकों तक पहुंचाई जाएगी तथा हम इस बीमारी को नियंत्रित करने में सफल रहेंगे. कैलाश चौधरी ने कहा कि गोवंश हमारी आस्था के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है. इसलिए इस वायरल बीमारी को जल्द से जल्द नियंत्रित कर पशुपालकों को राहत देना अति आवश्यक है.
वैक्सीन के संबंध में केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का बयान
केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत यह वैक्सीन विकसित करके एक और नया आयाम स्थापित किया गया है.उन्होंने अश्व अनुसंधान केंद्र व पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों को बधाई दी, जिनके प्रयासों से लम्पी रोग के टीके को विकसित किया गया है. 2019 में जब से यह बीमारी भारत में आई, तब से ही संस्थान वैक्सीन विकसित करने में जुटे थे.
तोमर ने प्रसन्नता जताई कि वैज्ञानिकों ने इस चुनौती को स्वीकार किया और अल्पावधि में, सीमित परीक्षण में सभी मानक स्तर पर शत-प्रतिशत कारगर वैक्सीन विकसित की है, जो लम्पी बीमारी से निजात दिलाने में असरकारी होगी.