रबी सीजन की एक मुख्य फसल गेहूं है, जिसकी कई किस्में होती हैं, जिनमें से एक काला गेहूं है. काले गेहूं की बाजार में मांग बहुत ही ज्यादा है. इसके साथ ही बाजार में इसकी कीमत भी बहुत अधिक है. ऐसा इसलिए है कि क्योंकि काला गेहूं औषधिय गुणों से भरपूर है. जो कि कई बीमारियों से लड़ने में कारगर साबित होता है.
काले गेहूं का भाव
काला गेहूं सामान्य गेहूं की तुलना में बाजार में 4 गुना अधिक कीमत पर बिकता है. बाजार में गेहूं की कीमत 18 से 20 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाता है, तो वहीं काला गेहूं बाजार में 70 से 80 रुपए प्रति किलो की दर से बिक जाता है. यानी देखा जाए, तो 7 हजार से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर से काला गेहूं बिकता है.
काले गेहूं के फायदे
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सामान्य गेहूं की तुलना में काला गेहूं पौष्टिक गुणों से भरपूर है.
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अधिकतर लोग औषधी के तौप पर काला गेहूं का सेवन करते हैं.
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काले गेहूं की खेती से किसान मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.
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काला गेहूं कई केंसर, दिल की बीमारी, मोटापा, शुगर समेत कई अन्य बीमारियों के लिए रामबाण इलाज है.
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इसके साथ ही ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है
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आंतों में इंफेक्शन को करता है खत्म
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कोरोना काल में काला गेहूं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए बेहद कारगर था.
कृषि वैज्ञानिकों की मानें, तो काले गेहूं में पिगमेंट की मात्रा 100 से 200 पीपीएम होती है, जबकि सामान्य गेहूं में केवल 5 से 15 पीपीएम की बीच ही होती है. इसके अलावा काले गेहूं में 60 प्रतिशत आयरन की मात्रा अधिक होती है.
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इस रबी सीजन आप भी काले गेहूं की खेती कर मोटी कमाई कर सकते है. काले गेहूं की खेती देश के कुछ ही हिस्सों में होती है, यही वजह है कि इसकी मांग व कीमत बहुत अधिक है.