फसल के बचे अवशेषों को लेकर कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी, जानें क्या करें और क्या नहीं STIHL कंपनी ने हरियाणा में कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' के साथ की साझेदारी कृषि लागत में कितनी बढ़ोतरी हुई है? सरल शब्दों में जानिए खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 29 May, 2020 12:42 PM IST

एक तरफ जहां टिड्डियों के हमले से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है, वहीं इस मामले को लेकर सियासत गरम हो गई है. नतीजा यह है कि बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप की जंग तेज हो गई है. विशेषकर राजस्थान में जहां टिड्डी दलों के आतंक के कारण किसानों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है, वहां इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है.

कांग्रेस-बीजेपी में छिड़ी जंग

टिड्डी दलों के आतंक पर सरकार का समर्थन करते बीजेपी एमपी राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि “टिड्डियों के आतंक से बचने के लिए मोदी सरकार ने 14 करोड़ रूपये का भुगतान किया है. वहीं क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे हेतु 68 करोड़ रूपए की भुगतान भी सरकार कर रही है, जो कि सराहनीय कदम है.” दरअसल राज्यवर्धन सिंह ने यह जानकारी अपने एक ट्वीट के माध्यम से दी थी.

इस ट्विट के बाद राजस्थान के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि टिड्डी दल के हमले को रोकने में मोदी सरकार नाकाम रही. उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हमने केंद्र सरकार से हेलिकॉप्टर द्वारा स्प्रे की मांग की थी, जो हमे नहीं मिली. अगर केंद्र उस समय हमारी सहायता करता तो टिड्डीयो को नियंत्रित कर पाना संभव हो सकता था. प्रताप सिंह ने कहा कि केंद्र की उपेक्षाओ के कारण किसान भाइयों की फसलें टिड्डियां चट कर गई.

90 हजार हेक्टेयर फसलों को चट कर गई टिड्डियां

अब तक की प्राप्त जानकारी के मुताबिक 20 जिलों में लगभग 90 हजार हेक्टेयर फसलों को टिड्डियों ने चट कर दिया है. सबसे अधिक नुकसान श्री गंगानगर, नागौर, जयपुर, दौसा और स्वाई माधोपुर को हुआ है.

सब्जियों की फसल अधिक प्रभावित

टिड्डियों का झुंड 15-20 किमी प्रति घंटे की गति से एक जगह से दूसरे जगह जा रहा है. एक ही दिन में हजारों हेक्टयर की फसलों को चट करते हुए इनका दल 150 किमी की यात्रा पूरा कर ले रहा है. अधिकतर इनके प्रकोप से सब्जियों की फसलों, पेड़-पौधों और अन्य वनस्पतियों को नुकसान पहुंच रहा है. टिड्डियों का यह दल पाकिस्तान से भारत में घुसा है.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

ये खबर भी पढ़े: किसानों के मसीहा है पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, गरीबों के लिए रखी अंत्योदय योजना की नींव

English Summary: BJP-Congress war on locust terror, 90 thousand hectare crops damaged
Published on: 29 May 2020, 12:45 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now