एक तरफ जहां टिड्डियों के हमले से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है, वहीं इस मामले को लेकर सियासत गरम हो गई है. नतीजा यह है कि बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप की जंग तेज हो गई है. विशेषकर राजस्थान में जहां टिड्डी दलों के आतंक के कारण किसानों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है, वहां इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है.
कांग्रेस-बीजेपी में छिड़ी जंग
टिड्डी दलों के आतंक पर सरकार का समर्थन करते बीजेपी एमपी राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि “टिड्डियों के आतंक से बचने के लिए मोदी सरकार ने 14 करोड़ रूपये का भुगतान किया है. वहीं क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे हेतु 68 करोड़ रूपए की भुगतान भी सरकार कर रही है, जो कि सराहनीय कदम है.” दरअसल राज्यवर्धन सिंह ने यह जानकारी अपने एक ट्वीट के माध्यम से दी थी.
इस ट्विट के बाद राजस्थान के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि टिड्डी दल के हमले को रोकने में मोदी सरकार नाकाम रही. उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हमने केंद्र सरकार से हेलिकॉप्टर द्वारा स्प्रे की मांग की थी, जो हमे नहीं मिली. अगर केंद्र उस समय हमारी सहायता करता तो टिड्डीयो को नियंत्रित कर पाना संभव हो सकता था. प्रताप सिंह ने कहा कि केंद्र की उपेक्षाओ के कारण किसान भाइयों की फसलें टिड्डियां चट कर गई.
90 हजार हेक्टेयर फसलों को चट कर गई टिड्डियां
अब तक की प्राप्त जानकारी के मुताबिक 20 जिलों में लगभग 90 हजार हेक्टेयर फसलों को टिड्डियों ने चट कर दिया है. सबसे अधिक नुकसान श्री गंगानगर, नागौर, जयपुर, दौसा और स्वाई माधोपुर को हुआ है.
सब्जियों की फसल अधिक प्रभावित
टिड्डियों का झुंड 15-20 किमी प्रति घंटे की गति से एक जगह से दूसरे जगह जा रहा है. एक ही दिन में हजारों हेक्टयर की फसलों को चट करते हुए इनका दल 150 किमी की यात्रा पूरा कर ले रहा है. अधिकतर इनके प्रकोप से सब्जियों की फसलों, पेड़-पौधों और अन्य वनस्पतियों को नुकसान पहुंच रहा है. टिड्डियों का यह दल पाकिस्तान से भारत में घुसा है.
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