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Updated on: 5 January, 2021 5:31 PM IST
Crow death in Rajasthan

देश में कोरोना के बाद अब एक नए संकट ने दस्तक दे दी है. बीते कई दिनों से देश के कई प्रदेशों में कौओं और पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है. राजस्थान में कौआ के अलावा किंगफिशर, मेगपाई चिड़िया व कोयल भी सैंकड़ों में मृत मिले हैं. राजस्थान, केरल, मध्य प्रदेश, झारखंड और हिमाचल प्रदेश इन बीमारी की चपेट में आए हैं.

राजस्थान में कौओं की मौत की वजह (Causes of death of Crows in Rajasthan)

राजस्थान में कई जिलों में पक्षियों की मौत हुई है. जिसकी वजह से प्रदेश में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही वन्यजीव विभाग ने बर्ड फ्लू के संक्रमण की रोकथाम के संबंध में एडवाइजरी जारी की है. पशुपालन विभाग के अनुसार राज्य में 425 से अधिक कौओं, बगुलों और अन्य पक्षियों की मौत हुई है. झालावाड़ के पक्षियों के नमूनों को जांच के लिये भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भेजा गया था, जिसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है जबकि अन्य जिलों के पक्षियों के नमूनों की जांच के परिणाम अब तक नहीं मिले हैं.

केरल में छाया बर्ड फ्लू का खौफ (Fear of Bird flu in Kerala)

केरल के कोट्टायम और अलप्पुझा जिलों के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू फैलने की जानकारी सामने आई है, जिसके चलते प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में बत्तख, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश दिया है. अधिकारियों ने कहा कि इस बीमारी के वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए करीब 40,000 पक्षियों को मारना पड़ेगा. कोट्टायम जिला के एक एक बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू से करीब 1,500 बत्तख मर चुकी हैं.

बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) और भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डीजीज (ICAR- National Institute of High Security Animal Diseases) में मृत पक्षियों के नमूनों की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. 

आखिर क्या होता है बर्ड फ्लू ? (What is bird flu after all?)

बर्ड फ्लू यानि एवियन इन्फ्लूएंजा, एक H5N1 वायरस जनित संक्रामक बीमारी है, जो पालतू और जंगली पक्षियों की कई प्रजातियों को प्रभावित करती है. सामान्य रूप से यह संक्रमण पक्षियों में पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी यह इंसानों समेत अन्य कई स्तनधारियों को भी इनफेक्टेड कर सकता है. जब यह इंसान को संक्रमित करता है, तो इसे इन्फ्लूएंजा कहा जाता है. बर्ड फ्लू वायरस के कारण पक्षियों के श्वसन तंत्र (respiratory system) पर इसका असर पड़ता है. मानव भी इससे संक्रमित हो सकते हैं.

यहाँ आया नया मामला (New case came here)

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भी बर्ड फ्लू से पक्षी मृत पाए गए और कुछ प्रवासी पक्षियों में ‘बर्ड फ्लू' की पुष्टि की है. प्रभावित हिस्सों में मुर्गी, बत्तख उससे संबंधित उत्पादों जैसे अंडे, मांस, चि​कन आदि की ब्रिकी पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रदेश में प्रभावित भागों में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है.

English Summary: Bird flu knocked into country after Corona pandemic
Published on: 05 January 2021, 05:45 PM IST

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