आज के इस दौर में ज्यादातर स्थानों पर कुड़े के पहाड़ दिखाई देते हैं. घरों से निकलने वाला कूड़ा अब लोगों की परेशानी बनती जा रही है. सर्वे के मुताबिक, देशभर में सबसे बुरा हाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है.
इन दोनों ही शहरों में कूड़े के बड़े-बड़े पहाड़ बनते ही जा रहे हैं. इससे निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नई पहल की शुरुआत की है. दरअसल, कूड़े का सही तरीके से इस्तेमाल में लाने के लिए यूपी सरकार लखनऊ में एक प्लांट को बनाने जा रही है जिससे घर से निकलने वाले कूड़े से बायो- सीएनजी (BIO-CNG) को बनाया जा सके. इस काम के लिए राज्य सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है. ताकि जल्द से जल्द इस कार्य पर काम किया जा सके और कूड़े के पहाड़ों से निजात मिल सके.
खर्च होंगे इतने रुपए
कूड़े से बायो-सीएनजी (BIO-CNG) गैस बनाने के लिए सरकार लगभग 100 करोड़ रुपए तक खर्च करेंगी. इसके अलावा यह भी बताया जा रहा है कि CNG के बदले कंपनी को हर साल नगर निगम को लगभग 74 लाख की रॉयल्टी भी देने होगी. ताकि यह काम सुचारु रुप से हो सके. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह प्लांट अमौसी के हडाइखेड़ा में लगभग 12 एकड़ की जमीन पर लगाया जाएगा. इस प्लांट को लगाने के लिए दिल्ली की कंपनी एवर इन वायरों को चुना गया है.
5 रुपए सस्ती मिलेगी CNG
अनुमान लगाया जा रहा है कि एक बार शहर में सरकार के द्वारा बायो- सीएनजी (BIO-CNG) प्लांट तैयार होने के बाद इन प्लांटों से BIO-CNG गैस नगर निगम को बाजार से प्रति किलो 5 रुपए तक सस्ती मिलेगी.
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जनता को मिलेगी डबल सुविधा
सरकार के इस फैसले के बाद से आम जनता को डबल सुविधा का लाभ प्राप्त होगा. एक दो उनके शहर से कूड़े के पहाड़ों से निजात मिल जाएगी और वहीं दूसरी ओर उन्हें सस्ती दर पर BIO-CNG गैस मिलने की संभावना जताई जा रही है. सरल भाषा में कहा जाए तो लोगों की कार अब कूड़े से बनी CNG से सड़कों पर दौड़ती दिखाई देगी.