बिहार सरकार कोरोना संकट के बीच लगतार कृषि क्षेत्र और किसानों की आर्थिक सहायता कर रही है. एक तरफ राज्य के कृषि विभाग द्वारा किसानों को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें घर बैठे फसलों के बीज भी दिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर कृषि विभाग (Agriculture Department) ने एक अहम कदम उठाया है. बता दें कि अप्रैल माह में जिन किसानों की फसलें असामयिक बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई हैं, उन किसानों के खाते में जल्द ही भुगतान राशि भेजी जाएगी.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार के मुताबिक...
इस साल फरवरी और मार्च माह में असामयिक बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. इसके भुगतान के रूप में अभी तक 12,35,532 किसानों के खाते में कृषि इनपुट अनुदान के तहत 4,17,02,55,505 रुपए दिए गए हैं. बता दें कि जिन किसानों की फसल फरवरी माह में बर्बाद हुई, उनकी संख्या लगभग 190747 है, जिनके खाते में 55,84,79,119 रुपए भेज गए हैं. इसके अलावा जिन किसानों की फसल मार्च माह में बर्बाद हुई है, उसकी क्षति के लिए 10,44,785 किसानों के खाते में 3,61,17,76,386 रुपए शामिल हैं.
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आपको बता दें कि इस साल रबी मौसम में कई किसानों की फसलें असामयिक बारिश, आंधी और ओलावृष्टि की वजह से बर्बाद हुई हैं. इसमें कृषि और बागवानी जैसे, आम, लीची, फूल, सब्जी, पान आदि फसलें शामिल हैं. उनके भुगतान के लिए लगभग 8,96,192 किसानों ने आवेदन किया है. इन किसानों के आवेदन की जांच की जा रही है, जल्द ही किसानों के खाते में कृषि इनपुट अनुदान के तहत राशि भेज दी जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि अप्रैल माह में राज्य के लगभग 19 जिले के किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं. इसमें लखीसराय, पश्चिमी चम्पारण, समस्तीपुर, बेगूसराय, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, खगड़िया, भागलपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्णियां, किशनगंज और अररिया के 148 प्रखंड शामिल हैं. राज्य सरकार इन क्षेत्रों के प्रभावित किसानों का भुगतान जल्द ही करेगी.
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