खरीफ 2025-26: किसानों से उड़द और तूर की होगी 100% खरीद, शिवराज सिंह चौहान ने दी स्वीकृति दिल्ली-NCR में उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल, उत्तराखंड-हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट, जानें यूपी-बिहार सहित देशभर का मौसम हाल राज्य सरकार की नई पहल, गमले एवं फार्मिंग बेड पर खेती करने पर मिलेगा 45 हजार रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 6 June, 2025 3:29 PM IST
फार्म मशीनरी बैंक के लिए राज्य सरकार देगी 8 लाख रुपए सब्सिडी (सांकेतिक तस्वीर)

बिहार सरकार राज्य के किसानों को तकनीक से जोड़ने और कृषि कार्यों को सरल बनाने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है. इस वर्ष राज्य में 38 नए फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किए जाएंगे. इसकी घोषणा उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को की. उन्होंने बताया कि इन मशीनरी बैंकों की स्थापना कृषि रोड मैप के अंतर्गत की जा रही है, ताकि राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को खेती के आधुनिक यंत्र सुलभ हो सकें. इसके लिए सरकार द्वारा प्रति यूनिट 10 लाख रुपये की लागत निर्धारित की गई है, जिसमें से 80 प्रतिशत यानी अधिकतम 8 लाख रुपये का अनुदान सरकार की ओर से दिया जाएगा.

कौन ले सकता है योजना का लाभ?

इस योजना का लाभ लेने वाले लाभुकों की सूची में कई संगठन शामिल किए गए हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  • जीविका समूह
  • ग्राम संगठन
  • क्लस्टर फेडरेशन
  • फार्मर इंटरेस्ट ग्रुप (FIG)
  • नाबार्ड या बैंकों से संबद्ध किसान क्लब
  • किसान उत्पादक संगठन (FPO)
  • किसान उत्पादक कंपनियां (FPC)
  • स्वयं सहायता समूह (SHG)
  • प्राथमिक कृषि साख समिति (PACS)

इन सभी संस्थाओं को फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना के लिए आवेदन करने का अधिकार दिया गया है.

मशीनरी बैंक में अनिवार्य होगा एक ट्रैक्टर चालित यंत्र

मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक फार्म मशीनरी बैंक में कम-से-कम एक ट्रैक्टर चालित या स्वचालित यंत्र रखना अनिवार्य होगा. इसका उद्देश्य यह है कि किसानों को बुआई, जुताई, रोपाई, कटाई और थ्रेसिंग जैसे कृषि कार्यों के लिए अत्याधुनिक यंत्र समय पर मिल सकें.

अब तक 569 मशीनरी बैंक स्थापित

उपमुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब तक राज्य में 569 फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किए जा चुके हैं, जो किसानों को खेती के लिए जरूरी उपकरण कम किराए पर उपलब्ध करवा रहे हैं. इससे किसानों को महंगे यंत्रों को खरीदने की आवश्यकता नहीं होती और वह अपनी खेती को कम लागत में अधिक उत्पादक बना सकते हैं.

क्या होगा किसानों को फायदा?

  • कृषि यंत्रों की आसान उपलब्धता
  • खेती के कार्यों में तेजी और समय की बचत
  • खर्च में कमी और उत्पादन में वृद्धि
  • छोटे किसानों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर

कैसे करें आवेदन?

इस योजना के लिए इच्छुक समूह और संगठन राज्य कृषि विभाग या जिला कृषि पदाधिकारी कार्यालय के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. साथ ही योजना से जुड़ी जानकारी आईपीआरडी बिहार और संबंधित सरकारी वेबसाइट्स पर भी उपलब्ध कराई गई है.

English Summary: bihar government provide 80 percent subsidy on farm machinery bank know benefits and eligibility
Published on: 06 June 2025, 03:34 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now