शिमला के चेरी उत्पादकों के लिए एक अच्छी खबर है. कोरोना और लॉकडाउन के बीच चेरी की खरीद के लिए बिग बास्केट कंपनी आगे आई है. इस कंपनी ने बागवानों को राहत दी है. इस संकट की घड़ी में यह कंपनी किसानों के बगीचों से चेरी की खरीद कर रही है. खास बात है कि यह कंपनी चेरी उत्पादकों से संपर्क करके खरीद कर रही. इसके लिए सरकार द्वारा कंपनी को पास भी जारी कर दिए गए हैं.
आपको बता दें कि लॉकडाउन की वजह से चेरी उत्पादों को काफी परेशी का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी ने बागवानों के सामने विकल्प रखा है कि किसान अपनी फसल मंडी में भी बेच सकता है या फिर कंपनी के पास. बिग बास्केट को भी फसल बेचने पर चेरी उत्पादकों को दाम अच्छा मिलेगा. बता दें कि बिग बास्केट कंपनी ने इस सीजन में 200 मीट्रिक टन चेरी खरीदने का लक्ष्य बनाया है.
ऐसा पहली बार है कि जब कंपनी ने बागवानों के पास जाकर चेरी खरीद रही है. इस फैसले से किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में भटकना नहीं पड़ेगा. फिलहाल कंपनी ने हिमाचल के चेरी उत्पादकों से खरीद करना शुरू कर दिया है.
चेरी एक खट्टा-मीठा फल है, जो कि लाल, काला और पीले रंग का होता है. बाजार में यह फल गर्मियों के मौसम में ज्यादा दिखता है. इसकी खेती देश के उत्तरपूर्वी राज्यों और हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, उत्तराखंड आदि में होती है. यह फल स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. किसानों के बीच चेरी की खेती बहुत लोकप्रिय है. इसका उपयोग ज्यादातर होटलों में सलाद बनाने के लिए किया जाता है. इसकी कई ऐसी किस्में भी हैं, जो फसल की पैदावार को बढ़ाती हैं.
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