देश का जाना माना बैंक, आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक योजना निकाला है. दरअसल अगर आपका सैलरी खाता (Salary Account) आईसीआईसीआई बैंक में है तो अब आप इसकी ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी (Overdraft Facility) का फायदा उठा सकते हैं.
क्या है ओवरड्राफ्ट सुविधा ?
सरकारी और निजी दोनों बैंक ही अपने ग्राहकों को ये सुविधा प्रदान करते हैं. कई बैंक अपने ग्राहकों को करंट अकाउंट (Current Account), सैलरी अकाउंट (Salary Account) और फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर ये सुविधा देते हैं. तो कई बैंक शेयर (Share) और बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) जैसे एसेट के एवज में भी ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान करते हैं. इस सुविधा के अनुसार, बैंक से आप अपनी जरूरत के हिसाब से पैसा ले सकते हैं और बाद में यह पैसा चुका सकते हैं.
कितना ले सकते हैं इससे पैसा
इस ओवरड्राफ्ट सुविधा (OF) के तहत ग्राहक अपनी सैलरी का 3 गुना राशि तक का पैसा बैंक से ले सकता है. इस स्कीम को चलाने का मुख्य मकसद बैंक के सैलरी अकाउंट होल्डर्स को EMI या चेक बाउंस (Cheque Bounce) होने से बचाना है. इसके लिए अब बैंक अपने ग्राहकों को शार्ट-टर्म इंस्टेंट क्रेडिट (Short-Term Instant Credit) उपलब्ध कराएगा.
कैसे लें सकते है ये सुविधा
ग्राहक ये सुविधा ऑनलाइन एप्लीकेशन (Online Application) देकर इसका लाभ ले सकते हैं.
कैसे उठा सकते हैं योजना का लाभ
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सबसे पहले अपने इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट (Internet Banking Account) में लॉग-इन करें.
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फिर 'Offers' सेक्शन में जाएं.
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अब Pre -Approved ओडी ऑफर को चेक करने के बाद अप्लाई करें.
क्या है इस सुविधा के अन्य फीचर
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इसमें खाता धारकों को बिना किसी डॉक्यूमेंट ओडी सुविधा (OD Facility) की तुरंत मंजूरी मिलती है.
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इसमें बैंक सैलरी का 3 गुना तक क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) देता है.
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यह ब्याज फ्लेक्सी कैश (Flexi Cash) में एक तय दर से कैलकुलेट (Calculate) किया जाता है.
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खाता धारक को अपनी सुविधा के हिसाब से बकाया लिमिट को साफ करने की फ्लेक्सिबिलिटी (Flexibility) दी जाती है.
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इसमें केवल उन्हीं पैसों पर ब्याज लगाया जाता है जिसका खाता धारक ने वास्तव में इस्तेमाल किया है.
इतना लगता है फीस और चार्ज
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प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees) : 1,999 रुपये से शुरुआत + जीएसटी
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रिन्यूअल फीस (Renewal Fees) : फ्लैट 1,999 रुपये + जीएसटी
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आरओआई (ROI) : सालाना 12-14 फीसद के बीच