देश की जनता पहले से ही महंगाई की मार झेल रही है और अब बैंकों ने भी अपने ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी करके जनता के लिए परेशानी खड़ी कर दी है. बता दें कि देश के कुछ बैंकों ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के ऐलान से पहले ही अपनी ब्याज की दरों में वृद्धि कर दी है, जिसके बाद अब इन बैंकों के ग्राहकों के लिए लोन ब्याज महंगा हो जाएगा.
इन तीन बैंकों ने बढ़ाई ब्याज की दरें
बता दें कि देश के एचडीएफसी बैंक HDFC Bank, केनरा बैंक Canara Bank, करूर वैश्य बैंक Karur Vysya Bank ने अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया है. जिसकी वजह से EMI में भी बढ़ोत्तरी होगी.
- एचडीएफसी बैंक HDFC Bank ने अपने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 0.35 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है, जो अब 7.50 फीसदी हो गया है.
- बता दें कि माह की शुरूआत में भी एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में इजाफा किया था. तो वहीं केनरा बैंक ने एक साल के एमसीएलआर (MCLR) में 0.05 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है, जिसके बाद अब नई मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) बढ़कर 7.40 % हो गई है.
-निजी सेक्टर के बैंक करूर वैश्य बैंक Karur Vysya Bank ने भी अपनी बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट्स (BPLR) में 0.40 फीसदी का इजाफा किया है, जिसके बाद नई बीपीएलआर (BPLR) बढ़कर 13.75 हो गया है.
मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) क्या है
मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) एक प्रणाली है जो कि भारत में बैंको के बैंक आरबीआई (RBI) के द्वारा निर्धारित की जाती है, और इसी प्रणाली के आधार पर ही बैंक ब्याज दर पर लोन देते है. यह दरें हर बैंक के लिए अगल-अगल निर्धारित की जाती है.
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यदि एमसीएलआर (MCLR) में बढ़ोतरी होती है तो इसका असर बैंको द्वारा दिए जा रहे लोन पर पड़ता है, जिससे सभी तरह के लोन महंगे हो जाते है, और इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ता है.