सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 June, 2021 1:16 PM IST

गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) ने राष्ट्रीय बांस मिशन (NBM) के सहयोग से जीईएम पोर्टल (https://gem.gov.in/) पर बांस से बने प्रोडक्ट के लिए डेडिकेटेड विंडो शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. जिससे बांस उत्पादों, कारीगरों को एक बड़ा बाजार मिलने की संभावना है. बांस उत्पादों और पौधों की सामग्री को बाजार देने के उद्देश्य से यह डेडिकेटेड विंडो शुरू की जाएगी. इस विंडो को 'द ग्रीन गोल्ड कलेक्शन' नाम दिया गया है. जिसका शुभारंभ केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने किया है. इस अवसर पर देशभर के 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया जिसमें बड़ी संख्या में बांस कारोबारी शामिल थे.

इस दौरान राज्यमंत्री रूपाला ने जीईएम और एनबीएम की जमकर प्रशंसा की. बांस उत्पादों को समर्पित विंडो को शुरू करने पर जीईएम और एनबीएम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह विंडो बांस उत्पादों के छोटे निर्माताओं और विक्रेताओं को बेहतर ऑनलाइन प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगी. यह पहल विक्रेताओं और खरीददारों दोनों को फायदा पहुंचाएगी. जहां विक्रेताओं को भरोसेमंद ग्राहक मिलेंगे वहीं दूसरी तरफ खरीददारों को आकर्षित प्रोडक्ट खरीदने में मदद मिलेगी.

रूपाला ने कहा कि यहां बांस से बने प्रोडक्ट बेहतर और काफी अच्छी रेंज में है. रसोईघर के लिए तैयार किए प्रोडक्ट काफी आकर्षक है जो प्रचलित उत्पादों का अच्छा विकल्प हो सकते हैं. यह अखिल भारतीय प्लेटफाॅर्म बांस कारोबारियों को बेहतर बाजार दिलाने में फायदेमंद होगा. गौरतलब है कि जीईएम की वेबसाइट पर बांस बनें प्रोडक्ट, डिस्पोजल, हस्तशिल्प और कार्यालय में उपलब्ध फर्नीचर समेत अन्य सामानों का प्रदर्शन किया जाता है. द ग्रीन गोल्ड कलेक्शन के जरिए इन उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध होगा. जिसका फायदा बांस कारीगरों, बुनकरों और कारोबारियों को मिलेगा.

ग्रामीण अर्थव्यवस्था होगी मजबूत

इस वेबसाइट पर बांस से बने प्रोडक्ट, किचनवेयर, लाइफस्टाइल व डेकोर, खिलौने, औद्योगिक मशीनरी, हस्तशिल्प सामान, डिस्पोजल्स, खुशबूदार स्टिक्स, अगरबत्ती, योगा चटाई, पानी की बोतल एवं चारकोल समेत कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध है. जो सरकारी खरीददारों के लिए वेबसाइट पर अपलोड किये गए है. माना जा रहा है कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. वहीं सरकारी खरीददारों के बीच बांस प्रोडक्ट्स को अपनाने और उपयोग को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही आत्मनिर्भर गांव का सपना साकार होगा. इस पहल से उन कारीगरों को भी आर्थिक मजबूती मिलेगी जो अपने हुनर से बांस के आकर्षक उत्पाद बनाते हैं.

यहां देखें वेबसाइट

एनबीएम और जीईएम की विशेष पहल पर शुरू की गई डेडिकेटेड विंडो ‘द ग्रीन गोल्ड कलेक्शन’नीचे लिंक पर देखिए - https://gem.gov.in/national-bamboo-mission. 

English Summary: Bamboo products will get big market, special window will start on GeM portal
Published on: 05 June 2021, 01:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now