किसानों को हल्दी और ओल की खेती पर मिलेगा 1,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे उठाएं योजना का लाभ Murgi Palan: अब बिना पोल्ट्री फार्म के भी करें मुर्गी पालन, घर बैठे कमाएं अच्छा मुनाफा यूपी-बिहार, हरियाणा और राजस्थान समेत इन राज्यों में अगले 7 दिन बरसेंगे बादल, जानें अपने शहर के मौसम का हाल किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 14 March, 2023 6:13 PM IST
कपास बेल्ट में मूंग की बुवाई से बचें!

पंजाब सरकार ने कथित तौर पर फाजिल्का और पंजाब के अन्य ज़िलों में ग्रीष्मकालीन मूंग की फ़सल नहीं ख़रीदने का फ़ैसला किया है क्योंकि रिपोर्टों के अनुसार पंजाब में पिछले साल बाज़ार में पहुंचने वाले मूंग का लगभग 80 प्रतिशत से अधिक एमएसपी से नीचे ख़रीदा गया था.

सरकार ने पंजाब के कपास बेल्ट ज़िलों में किसानों से मूंग की बुवाई न करने का अनुरोध किया है. सरकार का कहना है कि मूंग की खेती से सफ़ेद मक्खी का हमला हो रहा है,  जिससे खड़ी कपास फ़सलों नुकसान होता है. स्वर्ण सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी (सीएओ) ने कहा कि सफ़ेद मक्खी के हमले अंततः लीफ कर्ल रोग का कारण बन रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप कपास की उपज कम हो रही है.

पंजाब के कृषि और किसान कल्याण विभाग के निदेशक ने मुक्तसर, फाजिल्का, फरीदकोट, मोगा, बरनाला, संगरूर, मनसा और भटिंडा के मुख्य कृषि अधिकारियों को एक पत्र लिखते हुए कहा है कि, किसानों को सफ़ेद मक्खी के आक्रमण के कारण मूंग की बुवाई से रोकने के लिए शिविर लगाने चाहिए. साथ ही, उन्होंने नकदी फ़सल कपास की ओर रुख़ करने को कहा, जो मालवा बेल्ट की प्रमुख फसल है.

इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पंजाब के फाजिल्का ज़िले में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर मूंग की फ़सल नहीं खरीदेगी. सूत्रों का यह भी कहना है कि सरकार बठिंडा, मनसा और मुक्तसर जैसे अन्य प्रमुख कपास बेल्ट ज़िलों में मूंग की फ़सलों पर एमएसपी प्रदान नहीं करेगी.

सूत्रों के अनुसार फाजिल्का ज़िले में पिछले साल क़रीब 500 एकड़ में मूंग की खेती हुई थी.

ये भी पढ़ेंः मौसम विभाग की सलाह, किसान इस मौसम में अपनी फसल व पशुओं का ऐसे रखें ध्यान

राज्य भर से, 4.05 लाख क्विंटल मूंग सूबे के बाज़ारों में पहुंचा और इसमें से 3.56 लाख क्विंटल की भारी मात्रा निजी व्यापारियों ने एमएसपी से नीचे ख़रीदा और राज्य सरकार द्वारा लगभग 48,000 क्विंटल ही खरीदा गया.

English Summary: avoid showing of Mung bean in cotton belt area to prevent white fly attack
Published on: 14 March 2023, 06:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now