Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 August, 2019 2:01 PM IST
Atal Bihari Vajpaye

"देश के कंकर –कंकर को शंकर और बिंदु-बिंदु को गंगाजल" मानने वाले अटल जी के लिए गांव, किसान और मजदूर वर्ग सदैव प्राथमिकताओं पर रहे अपने जीवन काल में उन्होंने हमेशा ना सिर्फ इनके कल्याण के लिए अनेक योजनाएं बनाई, बल्कि संसद के अंदर और बाहर पैरवी भी करते रहे. आज भारत का गांव-गांव नगरों एवं महानगरों के संपर्क में है, गावं की सड़कों से होती हुई गाड़ियां दौड़ रही है, छोटे ग्रामिण उद्योग इस कदर फल-फूल रहे हैं कि उन्होंने अंतराष्ट्रिय स्तर पर ख्याती प्राप्त कर ली है. यह सब अटल जी के बदौलत ही हो रहा है.

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि 1995 के बाद से गांवों का विकास उल्लेखनीय रूप से हुआ है. पीएमजीएसवाई की पक्की सड़कों ने तो गांवों में नए रोजगार खड़े कर दिए हैं. वो अटल ही थे जिन्होने पहली बार ये सोचा कि किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान प्राकृतिक आपदाओं से होता है और इससे बचने के लिए फसल बीमा योजना लायी जानी चाहिए.

अटल जी के कार्यकाल की एक घटना आज भी लोगों के जहन में है, जब उन्होने  कृषि मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाकार सभी राज्य सरकारों से किसानों के हित में समुचित कदम उठाने का आग्रह किया था. अटल जी के करिश्माई अंदाज का ही असर था कि उस समय ज्यादातर राज्यों ने इसे सहज स्वीकार भी लिया था. उनके कार्यकाल में ही मंडियों के लिए कानून बने एवं कांट्रैक्ट खेती और फसल बीमा जैसी योजनाओं को शुरु किया गया.

अटल जी मानते थे कि गांवों को अगर बेहतर कनेक्टिविटी दी जाएं तो भारत का विकास संभव है. आज प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) से देश के 90 फीसद गांव लाभ उठा रहे हैं. उनके इस फैसले को बाद में आई सरकारों ने भी सराहा और पीएमजीएसवाई योजना अलग-अलग सरकारों के नेतृत्व में भी चलती रही.

English Summary: Atal bihari vajpayee priority was village poor
Published on: 16 August 2019, 02:03 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now