जबरदस्त है गहरी जुताई के फायदे, कम लागत के साथ बढ़ता है उत्पादन! 10 वर्ष पुरानी आदिवासी पत्रिका 'ककसाड़' के नवीनतम संस्करण का कृषि जागरण के केजे चौपाल में हुआ विमोचन Vegetables & Fruits Business: घर से शुरू करें ऑनलाइन सब्जी और फल बेचना का बिजनेस, होगी हर महीने बंपर कमाई Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 31 August, 2019 5:55 PM IST

असम में राष्ट्रीय सिटिजन रिजस्टर ( एनआरसी) की आखिरी सूची को जारी कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस लिस्ट को आज जारी किया है जिसके बाद इस अंतिम सूची में 19 लाख 6 हजार 657 लोग इससे बाहर हो चुके है. इसमें वह लोग भी शामिल किए गए है जिन्होंने कोई दावा पेश नहीं किया था. इस लिस्ट के प्रकाशन के बाद राज्य में 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों को वैध घोषित किया गया है. असम एनआरसी की अंतिम सूची को www.nrcassam.nic.in पर आसानी से देखा जा सकता है. बता दें कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन भारत में नागरिकता को वेरिफाई करने की सबसे बड़ी प्रक्रिया है. दरअसल एनआरसी का मकसद उन लोगों की पहचान करना है जो घुसपैठ तरीके से ( बांग्लादेश से) असम में आ गए थे और वही पर बस गए थे. गौरतलब है कि असम सरकार ने 30 जून 2018 को एनआरसी लिस्ट का दूसरा ड्राफ्ट जारी किया था.

2500 एनआरसी सेवा केंद्र बनाए गए

असम एनआरसी की यह लिस्ट इंटरनेट और राज्य के 2500 एनआरसी केंद्रों, 157 अंचल कार्यालयों और 33 जिले के उपायुक्त कार्यालयों पर उपलब्ध होगी. पूरे असम राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. एनआरसी की अंतिम लिस्ट के मद्देनजर हिंसा और सांप्रदायिक झड़पों की आशंका को देखते हुए असम सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. राज्य की राजधानी गुवाहाटी समेत 13 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है.

विदेशी ट्रिब्यूनल में कर सकते है अपील

असम में जो भी लोग एनआरसी में अपना नाम आने से परेशान है वह विदेशी ट्रिब्यूनल में 120 दिन के भीतर अपनी नागरिकता को प्रमाणित करने के लिए अपील कर सकते है. असम सरकार का कहना है कि असम में बसे हुए किसी भी भारतीय को डरने की जरूरत नहीं है, राज्य सरकार उनके साथ है. जिन लोगों का नाम सूची में नहीं आया है सरकार उनकी चिंताओं पर ध्यान देगी. असम सरकार इसके लिए 400 विदेशी न्यायधिकरणों की स्थापना करेगी. ताकि उन लोगों के मामलों से निपटा जा सके जिनको इस सूची से बाहर रखा गया है. इन लोगों को तब तक हिरासत में नहीं लिया जाएगा जब तक विदेशी ट्रिब्यूनल अपना फैसला नहीं सुना देते है. संतुष्ट नहीं होने पर हाईकोर्ट में भी याचिका को दायर कर सकते है.

असम ऐसा राज्य जहां एनआरसी लागू

असम देश का एक अकेला राज्य है. जहां पर यह सिटिजन रजिस्टर है, इस तरह का पहला रजिस्ट्रेशन साल 1951 में किया गया था. वर्ष 2018 तक 3 साल में राज्य के 3.29 करोड़ लोगो ने नागरिकता साबित करने के लिए 6.5 करोड़ दस्तावेज केंद्र सरकार को भेजे. यह दस्तावेज करीब 500 ट्रकों के वजन के बराबर थे. इसमे 14 तरह के प्रमाण पत्र शामिल थे.

English Summary: Assam NRC 19 lakh people out in final list
Published on: 31 August 2019, 05:57 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now