एग्रीकल्चर सेक्टर में, अगर अलग-अलग देशों के बीच ज्ञान और अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाए तो कृषि क्षेत्र को और बढ़ावा दिया जा सकता है. उसी संबंध में, भारत में स्थित अर्जेंटीना दूतावास में कृषि प्रतिनिधि के पद पर कार्यरत मारियानो बेहरान ने केजे चौपाल का दौरा किया और कृषि क्षेत्र के विकास पर अपने विचार साझा किए. भारतीय कृषि और उसकी व्यवस्था को लेकर मारियानो बेहरान ने कहा कि वह अभी भी भारतीय कृषि और उससे जुडी व्यवस्थाओं से लगातार सीखते हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश, जो अपने कृषि उत्पादन के लिए जाना जाता है, में नॉलेज ट्रांसफर करने के कई फायदे हैं.
वहीं, कृषि जागरण हेड ऑफिस में फाउंडर, एडिटर-इन-चीफ एंड सीईओ कृषि जागरण एंड एग्रीकल्चर वर्ल्ड, फाउंडर एंड प्रेसिडेंट-एजेएआई एम.सी. डोमिनिक और प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक ने मारियानो बेहरान का स्वागत किया.
K. J. Chaupal में उपस्थित रहे मारियानो बेहरान
केजे चौपाल में फाउंडर, एडिटर -इन-चीफ एंड सीईओ कृषि जागरण एंड एग्रीकल्चर वर्ल्ड, फाउंडर एंड प्रेसिडेंट -एजेएआई एम.सी. डोमिनिक ने मारियानो बेहरान के सम्मान के साथ में उनके जीवन की ख़ास उपलब्धियों के बारे में बताया. इसके अलावा, केजे चौपाल में कृषि जागरण की यात्रा को दिखाया गया. फिर मारियानो बेहरान ने अपनी विचारों को रखते हुए बताया कि वह भारतीय कृषि पर कई वर्षों से अध्ययन कर रहे हैं. लेकिन अभी भी वह इस कृषि के बारे में बहुत कुछ सीखना और उसके संबंध में जानना चाहते हैं. इसके अलावा, मारियानो बेहरान ने पिछले दशक में भारत के कृषि क्षेत्र में हुए महत्वपूर्ण बदलावों का उल्लेख करते हुए कृषि पद्धतियों में विकास और नवाचार की सराहना की और भारत को अन्य देशों के लिए रोल मॉडल माना.
प्रधानमंत्री से मुलाक़ात और G-20 पर भी की चर्चा
मारियानो बेहरान ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात के समय भी भारतीय कृषि पर चर्चा की, इसी के साथ हाल ही में हुए G-20 सम्मलेन में रही भारतीय कृषि की धूम के बारे में भी अपने विचारों को व्यक्त किया. दरअसल, इस बार के G-20 सम्मलेन में आए अतिथियों को कृषि से जुड़े बहुत से उपहार प्रदान किए गए थे. जिनमें चाय, कॉफ़ी से लेकर कई मिलेट्स भी शामिल थे.
कृषि क्षेत्र में विकसित देश है भारत
भारतीय कृषि की प्रशंसा के दौरान मारियानो बेहरान ने बताया कि अगर वह भारतीय कृषि की बात करें तो यह देश विकसित देशों की श्रेणीं में आता है. भारत में सभी तरह की मौसम आधारित फसलों का लुफ्त उठाया जा सकता है. वहीं आज भारत अपनी विकसित कृषि के चलते ही कई अन्य देशों में बड़ी मात्रा में खाद्यान्न की आपूर्ति कर रहा है.
इसके अलावा, उन्होंने कृषि जागरण के प्रयासों की सराहना करते हुए, भारत के करोड़पति किसानों की पहचान कर सम्मानित करने की MFOI पहल की भी सराहना की.