जानलेवा कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है. हालांकि कई ऐसी रिपोर्ट्स आ रही हैं जिनमें कहा जा रहा है कि इस लॉकडाउन की समयसीमा में बढ़ोतरी हो सकती है. इन रिपोर्ट्स पर हैरानी जताने के साथ खंडन करते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कहा, “अभी तक 21 दिनों के लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की सरकार की कोई योजना नहीं है.”
इसी के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों के पलायन को देखते हुए लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के आदेश दिए हैं. सरकार ने स्थानीय अधिकारियों द्वारा लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को किसी भी तरह की समस्या न हो, इसके लिए कई नए नियम लागू किए हैं.
गौरतलब है कि सरकार ने कोविड-19 प्रतिक्रिया गतिविधियों के नियोजन और कार्यान्वयन के लिए 11 सशक्त समूह बनाए हैं. इन 11 समूहों में 80 वरिष्ठ सिविल सेवक शामिल किए गए हैं. पिछले सप्ताह गौबा ने राज्य के मुख्य सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को निर्देश दिए थे कि भारत में 18 जनवरी से आए लगभग 15 लाख अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जाए.
ये है भारत की वर्तमान स्थिति
भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद लगभग 27 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आई रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या लगभग 1047 है. जिनमें से 95 मरीज ठीक हो चुके हैं.