टिड्डी दल से फसल सुरक्षा को लेकर किसानों में काफी डर बना हुआ है. किसान इस चिंता में हैं कि कहीं टिड्डियों का अगला हमला उन की फसल पर न हो. हाल ही मिले अपडेट के मुताबिक टिड्डियों के प्रकोप से बचने के लिए उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अलर्ट जारी कर दिया गया है. समेत अन्य लखनऊ के साथ ही रिपोर्ट्स के मुताबिक जनपद बस्ती, अयोध्या और सिद्धार्थनगर तक टिड्डियों का झुण्ड पहुंच चुका है. ऐसे में उम्मीद यह भी की जा रही है कि टिड्डियों का दल जनपद राजधानी लखनऊ के साथ गोंडा भी हमला कर सकता है.
ऐसे में किसानों की फसल सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने यह अलर्ट जारी किया है और किसानों को सचेत रहने को कहा गया है. इस समय किसानों की कई मुख्य दलहनी फसलें जैसे- उड़द और मूंग खेतों में लगायी गयी हैं. इसके साथ ही खेतों में सब्जियों की बुवाई भी की गयी है. उत्तर प्रदेश में गन्ना की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. ऐसे में यह मुसीबत गन्ना किसान के लिए भी बढ़ जाती है.
कृषि अधिकारियों की मानें तो उन्होंने किसानों को यह सुझाव दिया है कि वे टिड्डी दल से निपटने के लिए कई तरह के उपाय अपने स्तर पर कर सकते हैं. वे टिड्डियों को भगाने के लिए थालियां, ढोल-नगाडे़ और उस हर चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे तेज आवाज निकले। साथ ही किसान रासायनिक कीटनाशक क्लोरो पायरीफॉस, मैलाथियाॅन 5% धूल की 25 किग्रा मात्रा का छिड़काव या क्विनालफाॅस 25 प्रति0 ई0सी की 1.5 ली0 मात्रा को 500 से 600 लीटर पानी मे घोलकर प्रति हक्टेयर की दर से फसल पर छिड़काव कर सकते हैं.
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Locust control के लिए किसान नीम का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं. यह काफी कारगर साबित हुआ है. इसके लिए किसान नीम के तेल की 40 ml मात्रा को 10 ग्राम कपडे़ धोने के पाउडर के साथ पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़काव करें जिससे टिड्डियाँ उन्हें अपना शिकार न बना पाएं.