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Updated on: 28 December, 2022 3:08 PM IST
Agromet advisory for Bihar Farmers

देश के ज्यादातर इलाकों में ठंड बहुत तेज हो गई है. ऐसे में इसका असर किसानों की फसलों पर भी पड़ सकता है. इसलिए राज्य मौसम विभाग ने मौजूदा मौसम को देखते हुए किसानों के लिए कृषि परामर्श (Agromet advisory) जारी किया है. ऐसे में चलिए जानते हैं इस एडवाइजरी में किसानों के लिए क्या खास हैं-

मौसम की चेतावनी:

• आगामी पांच दिनों के दौरान आसमान साफ रहने की उम्मीद है.

• आगामी पांच दिनों के दौरान वर्षा की कोई संभावना नहीं है.

• न्यूनतम आरएच लगभग 20-25% और अधिकतम आरएच 40-50% होने की उम्मीद है.

• न्यूनतम तापमान 9-11 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास और अधिकतम तापमान 23-25 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास रहने की उम्मीद है.

• लगभग 5-7 किमी/घंटे की हवा की गति का अनुमान है.

सामान्य सलाह:

• किसानों को सलाह दी जाती है कि सब्जियों के खेतों से खरपतवार हटा दें.

• समय से बोई गई सब्जियों की फसल में सिंचाई की सलाह दी जाती हैउसके बाद उर्वरकों की अधिकतम मात्रा का प्रयोग करें.

• मटर की फसल में फलियों के बेहतर विकास के लिए प्रतिशत यूरिया का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है.

• गोभी की फसल में डायमंड बैक मॉथमटर में फली छेदक और टमाटर में फल छेदक कीट की निगरानी के लिए फेरोमोन ट्रैप 3-4 ट्रैप प्रति एकड़ की दर से लगाने की सलाह दी जाती है.

फसल विशेष परामर्श

गेहूं की फसल

• गेहूं की फसल 21-25 दिन पुरानी होने पर आवश्यकता अनुसार पहली सिंचाई कर देनी चाहिए. सिंचाई के 3-4 दिन बाद नत्रजन की शेष आधी मात्रा का छिड़काव करना चाहिए.

• गेहूं की फसल में यदि दीमक के लक्षण दिखाई दें तो क्लोरपाइरीफॉस 20 ईसी @ 2 लीटर की दर से 20 किग्रा रेत का मिश्रण शाम के समय में डालना चाहिए और बाद में सिंचाई करने की सलाह दी जाती है.

मक्का

• मक्के की फसल में बुआई के 20-25 दिन बाद पहली निराई-गुड़ाई (One- two hand weeding) और बोआई के 40-45 दिन बाद दूसरी निराई-गुड़ाई (One- two hand weeding) करने की सलाह दी जाती है.

• यदि खरपतवार का प्रकोप ज्यादा हो तो एट्राजीन 500 ग्राम प्रति 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.

• निराई गुड़ाई के बाद खाद का प्रयोग टॉप ड्रेसिंग के रूप में करें.

• तना छेदक को नियंत्रित करने के लिए कार्बेरिल 50 WP @ 1 किग्रा/एकड़ या डाइमेथोएट 30% EC @ 250 मि.ली./एकड़ जैसे कीटनाशक का छिड़काव करें.

• यदि फॉल आर्मी वर्म का आक्रमण ईटीएल से अधिक हो तो इन कीड़ों के प्रभावी नियंत्रण के लिए नीमिसाइड का प्रयोग करें अथवा फेरोमोन ट्रैप का प्रयोग करें.

सरसों

• किसानों को सलाह दी जाती है कि फूल आने से पहले या फूल निकलने के दौरान नाइट्रोजन 30-40 किग्रा/हेक्टेयर की दर से डालें.

• सापेक्षिक आर्द्रता को ध्यान में रखते हुए सफेद रतुआ के हमले से बचने के लिए किसानों को सरसों की फसल की निगरानी करने की सलाह दी जाती है.

• यदि संक्रमण ज्यादा हो तो डाइथेन-एम-45 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.

• पेंटेड बग और एफिड के हमले के खिलाफ सरसों की फसल की निगरानी करने की सलाह दी जाती है. रोगर 30 ईसी 1000 लीटर पानी में एक लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से इन कीड़ों को नियंत्रित करने में काफी प्रभावी होती है.

बागवानी विशिष्ट सलाह

आलू और टमाटर

उच्च सापेक्ष आर्द्रता के कारण आलू और टमाटर में झुलसा का संक्रमण हो सकता है. निरंतर निगरानी की सलाह दी जाती है. यदि लक्षण दिखाई दें तो कारबैंडिज़म 1 ग्राम/लीटर पानी या डाइथेन-एम-45 2 ग्राम/लीटर पानी का छिड़काव करें.

प्याज की फसल

वर्तमान मौसम की स्थिति में समय से बोई गई प्याज की फसल में थ्रिप्स के आक्रमण तथा बैंगनी धब्बे के संक्रमण की सतत निगरानी की जानी चाहिए. आवश्यकता के आधार पर डायथेन एम-45 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में चिपचिपी सामग्री (टिपोल 1 ग्राम/लीटर) के साथ छिड़काव करने की सलाह दी जाती है.

पशु

पशुओं में बाहरी परजीवियों को नियंत्रित करने के लिए उन्हें बुटोकस दवाई दें. पशुओं को भोजन के साथ नमक दें और छाया में रखें. मवेशियों में गांठदार त्वचा रोग को नियंत्रित करने के लिए पशु चिकित्सकों से संपर्क रखें. रात के समय तापमान कम होने के कारण पशुओं को गर्म स्थान पर रखें.

English Summary: Agromet advisory: Farmers of Bihar should finish this work quickly, otherwise the weather may hit!
Published on: 28 December 2022, 03:15 PM IST

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